दरअसल मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में लव जिहाद के खिलाफ कानून लाने की तैयारी हो चुकी है। राजस्थान में भी पिछले सालों में लव जिहाद के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इसे देखते हुए भाजपा नेताओं ने राजस्थान में भी लव जिहाद के खिलाफ कानून लाने की मांग की थी, लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि लव जिहाद भाजपा का देश को विभाजित करने और साम्पदायिक सद्भाव को बिगाड़ने के लिए बनाया हुआ एक शब्द है। इसे लेकर भाजपा नेताओं ने मुख्यमंत्री पर जुबानी हमले भी किए। सीएम के बयान को लेकर जिस तरह से भाजपा नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है, उससे साफ है कि आने वाले चुनाव में भाजपा इस मुद्दे को लेकर जनता के बीच ले जाकर वोट मांगेगी।
काला चिट्ठा भी जारी कर चुकी है भाजपा पंचायत चुनाव को लेकर भाजपा ने पिछले दिनों ही काला चिट्ठा जारी किया था, जिसमें पंचायतों में रुके कामों के लिए कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार बताया गया था। हालांकि इसे लेकर कांग्रेस नेताओं ने भाजपा पर पलटवार तो किया, लेकिन इसके जवाब में अभी तक कोई पत्र कांग्रेस की तरफ से जारी नहीं किया गया है।
‘लव जिहाद’ भारतीय संस्कृति को समाप्त करने का सुनियोजित षड्यंत्र-सराफ विधायक कालीचरण सराफ ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के लव जिहाद पर दिए गए बयान की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि पहचान छुपाकर प्रेमजाल में फंसाकर धोखे से विवाह करना और युवती पर जबरन धर्म परिवर्तन का दबाव बनाना व्यक्तिगत स्वतंत्रता की नहीं बल्कि सोची समझी साजिश व अपराधिक कृत्य की श्रेणी में आता है। गहलोत द्वारा इसे प्रेम का विषय बताने पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यदि प्रेम है तो युवकों को नाम बदलकर अपनी पहचान छुपाने और युवती पर धर्मपरिवर्तन करने का दबाव बनाने की क्या जरूरत है।