लगेज को टनल से होकर गुजरना होगा
यूवी बैगेज बाथ उपकरण यात्रियों के बैग व अन्य सामान को संक्रमण मुक्त करने वाला सुरंगनुमा उपकरण है। या यह अल्ट्रा वॉयलेट (यूवी) प्रकाश से घिरा एक कक्ष है जिसमें से यात्री के लगेज को गुजरना पड़ता है। इससे वायरस, बैक्टीरिया और अन्य कीटाणुओं समेत सभी प्रकार के दूषित पदार्थों को नष्ट किया जा सकेगा। लगेज पर कीटाणुरहित प्रमाणित करने वाला स्टिकर लगाकर यात्री को वापस सौंप दिया जाएगा। दोनों छोर पर विस्तारित सुरंग के साथ यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त ध्यान रखा गया है और सुरंग के किनारों के लिए यूवी प्रतिरोधी फ्लैप है।
यूवी बैगेज बाथ उपकरण यात्रियों के बैग व अन्य सामान को संक्रमण मुक्त करने वाला सुरंगनुमा उपकरण है। या यह अल्ट्रा वॉयलेट (यूवी) प्रकाश से घिरा एक कक्ष है जिसमें से यात्री के लगेज को गुजरना पड़ता है। इससे वायरस, बैक्टीरिया और अन्य कीटाणुओं समेत सभी प्रकार के दूषित पदार्थों को नष्ट किया जा सकेगा। लगेज पर कीटाणुरहित प्रमाणित करने वाला स्टिकर लगाकर यात्री को वापस सौंप दिया जाएगा। दोनों छोर पर विस्तारित सुरंग के साथ यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त ध्यान रखा गया है और सुरंग के किनारों के लिए यूवी प्रतिरोधी फ्लैप है।
सैनेटाइजेशन के बाद पैकिंग सुविधा भी
प्रवेश द्वार पर यात्रियों के सामान पर अल्ट्रा वॉयलेट किरणें डाली जाएंगी। इसके लिए लगेज के भार के अनुसार शुल्क चुकाना पड़ेगा और यह यात्रियों के लिए ऐच्छिक भी होगा। इसमें लगेज सैनेटाइज होने के साथ ही थैली से पैक भी होगा। सैनिटाइजेशन करने की दर 10 रुपए प्रति बैग तथा प्लास्टिक रैपिंग की दर 50 रुपए प्रति बैग तय की गई है
प्रवेश द्वार पर यात्रियों के सामान पर अल्ट्रा वॉयलेट किरणें डाली जाएंगी। इसके लिए लगेज के भार के अनुसार शुल्क चुकाना पड़ेगा और यह यात्रियों के लिए ऐच्छिक भी होगा। इसमें लगेज सैनेटाइज होने के साथ ही थैली से पैक भी होगा। सैनिटाइजेशन करने की दर 10 रुपए प्रति बैग तथा प्लास्टिक रैपिंग की दर 50 रुपए प्रति बैग तय की गई है
ये स्टेशन भी कतार में
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक जयपुर मंडल में यह मशीन जयपुर जंक्शन के बाद रेवाड़ी रेलवे स्टेशन पर शुरू होगी। अजमेर रेलवे स्टेशन पर भी इसकी स्वीकृति मिल गई है। दुर्गापुरा, गांधीनगर, फुलेरा, रींगस आदि छोटे स्टेशनों पर सैनेटाइजेशन के लिए यह व्यवस्था शुरू करने पर मंथन हो रहा है।
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक जयपुर मंडल में यह मशीन जयपुर जंक्शन के बाद रेवाड़ी रेलवे स्टेशन पर शुरू होगी। अजमेर रेलवे स्टेशन पर भी इसकी स्वीकृति मिल गई है। दुर्गापुरा, गांधीनगर, फुलेरा, रींगस आदि छोटे स्टेशनों पर सैनेटाइजेशन के लिए यह व्यवस्था शुरू करने पर मंथन हो रहा है।