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राजस्थान में लम्पी वायरस का बढ़ता कहर, गौशाला में बदहाली में पशुधन

locationजयपुरPublished: Aug 05, 2022 07:22:31 pm

Submitted by:

Rakhi Hajela

Rajasthan lumpy virus: राजस्थान के सीमावर्ती जिलों से फैलने शुरू हुए लम्पी वायरस का असर जयपुर सहित प्रदेश के तकरीबन17 जिलों में देखने को मिल रहा है। राजधानी जयपुर के पशुधन को भी अपनी चपेट में ले लिया है।

लम्पी वायरस का बढ़ता कहर-गौशाला में बदहाली में पशुधन

Rajasthan lumpy virus

जयपुर। राजस्थान के सीमावर्ती जिलों से फैलने शुरू हुए लम्पी वायरस का असर जयपुर सहित प्रदेश के तकरीबन17 जिलों में देखने को मिल रहा है। राजधानी जयपुर के पशुधन को भी अपनी चपेट में ले लिया है। जयपुर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में चल रही गौशालाओं में इस वायरस का असर देखने को मिल रहा है। राजस्थान पत्रिका की संवाददाता राखी हजेला ने उन गौशालाओं का जायजा लिया जहां का गौवंश इस वायरस से संक्रमित है तो कुछ ऐसी स्थिति नजर आई एक रिपोर्ट…

 

दर्द से मजबूर और बेबस गौवंश
जयपुर की कई गौशालाओं में इस वायरस से गौवंश संक्रमित हो चुका है। जिसमें हजारों की संख्या में गाय हैं और इनके संक्रमित होने का खतरा मंडरा रहा है। सांगानेर स्थित जातेड़ावाला गौशाला में तकरीबन 1500 से अधिक गौवंश है जिसमें से 53 गौवंश के इस वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी है। इन गायों के शरीर पर सैंकड़ों की संख्या में गांठें उभर आई हैंए संक्रमित गायों ने चारा खाना छोड़ दिया है। वे बेसहाय और बेबस होकर नीचे गिरने को मजबूर है। ये बेजुबां दर्द से तड़प रही हैं लेकिन बयां नहीं कर पा रही हैं। इनका दर्द इनकी हालत देखकर समझा जा सकता है।

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गंदगी और मच्छरों के बीच रहने को मजबूर गौवंश
गौशाला में बीमार गायों के लिए अलग बाड़ा बना दिया गया है। जो गौवंश आंशिक रूप से बीमार है उन्हें इस बाड़े में रखा गया है जबकि गंंभीर रूप से बीमार गायों को अलग बांधा गया है। जिससे कम बीमार गाय इनके सम्पर्क में नहीं आ सके लेकिन गौशाला में गौवंश गंदे पानीए मक्खी और मच्छर के ढेर के बीच रहने के लिए मजबूर है। आपको बता दें कियह वायरस हवा के जरिए नहीं फैलता है बल्कि मच्छर और मख्खियों के जरिए फैलता है और गौवंश उसी के बीच रह रहा है। गायों के बाड़ों में बड़ी संख्या में मक्खियां और मच्छर भिनभिना रहे हैं। ऐसे में अन्य गौवंश के भी इस वायरस की चपेट में आने का खतरा बढ़ गया है। मौके पर इन गौवंश का इलाज कर रहे पशुपालन विभाग के डॉक्टर्स ने बीमार गायों का इलाज तो कर रहे हैं लेकिन यह नाकाफी है। इतना ही नहीं गोटा पॉक्स वैक्सीन की कमी भी उनके लिए परेशानी बनी हुई है।

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इनका कहना है

विभागीय अधिकारी और कार्मिक अलर्ट मोड में काम कर रहे हैं, उनकी छुट्टियां कैंसल कर दी गई है। मानिटरिंग की जा रही है। गोटा पॉक्स की कमी बनी हुई है हमारा प्रयास है कि जल्द ही वैक्सीन मिल सके।
डॉ. एनएम सिंह, अतिरिक्त निदेशक, पशुपालन विभाग

https://youtu.be/yjAcmQbPqvE

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