जयपुर

आर्थिक संकट के बावजूद गहलोत सरकार के ठाठ-बाट में कमी नहीं, मंत्रियों के लिए खरीदी 30 लग्जरी गाड़ियां

-8 करोड़ 10 लाख रुपए बताई जा रही है 30 लग्जरी गाड़ियों की कीमत, स्टेट मोटर गैराज के बेड़े में खड़ी नई गाड़ियां जल्द ही मंत्रियों को अलॉट की जाएंगी,2 लाख किलोमीटर चलने के बाद बदली जाती हैं गाड़ियां

जयपुरJan 20, 2022 / 10:36 am

firoz shaifi

luxury vehicles

जयपुर। कोरोना संक्रमण के चलते पिछले दो साल से आर्थिक संकट का सामना करने के बावजूद गहलोत सरकार के ठाठ-बाट में कोई कमी नहीं है। हाल ही में मंत्रिमंडल पुनर्गठन के बाद राज्य की गहलोत सरकार ने मंत्रियों के लिए 30 लग्जरी गाड़ियों की खरीद की है जो जल्दी ही सड़कों पर दौड़ती हुई नजर आएंगी। महिंद्रा कंपनी की प्रत्येक एसयूवी लग्जरी गाड़ियों की खरीद 27 लाख रुपए बताई जा रही है। ऐसे में 30 गाड़ियों की कुल कीमत करीब 8 करोड़ 10 लाख रुपए बताई जा रही है।

स्टेट मोटर गैराज के बेड़े में खड़ी है नई लग्जरी गाड़ियां
सरकार ने लग्जरी गाड़ियों की खरीद भले ही ली हो लेकिन अभी तक इनके नंबर नहीं आ पाए हैं जिसके चलते नई लग्जरी गाड़ियां स्टेट मोटर गैराज के बेड़े में खड़ी हैं। जैसे ही गाड़ियों के नंबर आ जाएंगे, यह गाड़ियां मंत्रियों को अलॉट कर दी जाएंगी।

बेहद आरामदायक एसयूवी गाड़ी
दरअसल गहलोत सरकार के मंत्री अभी इनोवा और सफारी गाड़ियों में चलते हैं लेकिन अब मंत्रियों के लिए महिंद्रा एसयूवी गाड़ियां खरीदी गई है जो कि बेहद आरामदायक है। सुरक्षा की दृष्टि से भी गाड़ी को बेहतर बताया जा रहा है।

2 लाख किलोमीटर चलने पर सरकार बदलती है गाड़ियां
बताया जाता है कि सडकों पर 2 लाख किलोमीटर किलोमीटर या फिर 8 साल पुरानी गाड़ियों को सुरक्षा की दृष्टि से सरकार बदल देती है और नई गाड़ियों की खरीद करती है।

पूर्ववर्ती वसुंधरा सरकार ने खरीदी थी इनोवा गाड़ियां
इससे पहले पूर्ववर्ती वसुंधरा सरकार के समय भी इनोवा गाड़ियां खरीदी गई थी जो मंत्रियों को आवंटित की गई थी। सरकार बदली तो यह गाड़ियां मंत्रियों और जिला कलेक्टर्स को आवंटित हो गईं।

मुख्यमंत्री सफारी गाड़ी में करते हैं सफर
इधर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सफारी गाड़ी में सफर करना पसंद करते हैं उनके काफिले में हालांकि इनोवा गाड़ियां ज्यादा है ंलेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खुद सफारी गाड़ी में सफर करते हैं। कई मंत्रियों के पास भी सफारी गाड़ी है।

इसलिए भी हुई है खरीद
वहीं चर्चा यह भी है कि नई लग्जरी गाड़ियां इसलिए भी खरीदी गई है क्योंकि अब सरकार की ओर से बोर्ड-निगमों और आयोगों को चेयरमैन नियुक्त किए जाएंगे, जिन्हें राज्य मंत्री या कैबिनेट मंत्री का दर्द का दर्जा दिया जाएगा इस नाते बोर्ड-निगमों और आयोगों को चेयरमैन को भी सरकारिया गाड़ियां स्टेट मोटर गैराज से उपलब्ध होंगी। माना जा रहा है कि जो पुरानी गाड़ियां मंत्री स्टेट मोटर गैराज को वापस लौटाएंगे, वह गाड़ियां बोर्ड-निगमों और आयोगों को चेयरमैन को दी जाएंगी।

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