इस मौके पर एचआर एक्सपट्र्स ने कहा कि बाजार में जॉब्स की कमी नहीं है, बल्कि स्किल्ड बेस्ड जॉब्स है। ऐसे में युवाओं को अपने अंदर स्किल क्रिएट करनी होगी, ह्यूमन रिसोर्स की आवश्यकता हमेशा ही बनी रहती हंै। इसको लेकर उन्होंने 80 के दशक में आए कम्प्यूटर युग का उदाहरण दिया, उस दौर में भी देशभर में जॉब्स कम होने की चर्चाएं जोरो पर थी, जो कि समय के साथ समाप्त हो गई। एचआर एक्सपट्र्स ने कहा कि इनोवेटिव कल्चर संस्थानों में क्रिएट किए जाने की आवश्यकता है। इसी आधार पर एक हैल्दी वातावरण तैयार किया जा सकता है। उहोंने स्टूडेंट्स को सदैव सीखने तथा बेहतर परिवर्तन के लिए सतत प्रयास करते रहने की सलाह दी। एक्सपट्र्स ने एक्सक्लूसिव कल्चर की बात करते हुए निचले स्तर से टॉप मैनेजमेट तक सभी की ओर से समग्र प्रयास किए जाने की आवश्यकता बताई।
एक्सपट्र्स ने वर्तमान की एचआर इंडस्ट्री में चुनौतियों के बढनें की बात कहीं , उन्होंने कहा कि बदलती मांग के अनुसारी स्किल्ड व्यक्ति का तय मापदंडो पर चयन करना चुनौती बन चुका है वहीं मैनेजमेंट की बदलती आवश्यकताओं के अनुसार ह्यूमन रिसोर्स क्रिएट करना भी खासा मुश्किल हो रहा है ।