जयपुर में 100 इलेक्ट्रिक बसें चलाने के लिए पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल अपनाया जाएगा। फेम इंडिया स्कीम फेज—2 (FAME India Scheme) के तहत केन्द्रीय भारी उद्योग विभाग और नीति आयोग ने इलेक्ट्रिक बसों के लिए मॉडल टेंडर डॉक्यूमेंट तैयार किया है। जिसमें शहरों की स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार बदलाव किया जा सकेगा। जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (जेसीटीएसएल) ने 100 इलेक्ट्रिक बसें के लिए केन्द्रीय मंत्रालय के मॉडल डॉक्यूमेंट के आधार पर कंपनियों से प्रस्ताव मांगे हैं।
जानकारी के अनुसार जेसीटीएसएल जयपुर में 100 इलेक्ट्रिक बस चलाने के लिए 175 करोड़ रूपए खर्च करेगा। जयपुर में पीपीपी मोड पर इलेक्ट्रिक बस चलेगी। साथ ही टेंडर बिल्ट, आॅन, आॅपरेट और ट्रांसफर (बूट) सिस्टम के आधार पर दिया जाएगा। इसके लिए 25 नवम्बर को प्री बिड मीटिंग हो चुकी है। जिसमें टाटा और अशोक लीलैण्ड समेत करीब आधा दर्जन कंपनियों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। जयपुर में इलेक्ट्रिक बस प्रोजेक्ट की दौड़ में भारत की दिग्गज बस निर्माता कंपनियां टाटा और लीलैण्ड भी दौड़ में है।
गौरतलब है कि केन्द्र सरकार ने गुलाबी नगर जयपुर को 40 इलेक्ट्रिक बसों की सौगात दी, लेकिन चीन की कंपनी की चालाकी के कारण जयपुर को ये बसें नहीं मिल पाई। चीन की दो कंपनियों ने टाटा कंपनी को जयपुर में इलेक्ट्रिक बसें चलाने से रोकने के लिए राजस्थान हाईकोर्ट का सहारा लिया। चीन की दो कंपनियों ने जयपुर में 40 इलेक्ट्रिक बसें चलाने की प्रक्रिया में तकनीकी बिड में अयोग्य घोषित होने के बाद जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लिमिटेड (जेसीटीएसएल) की निविदा को हाइकोर्ट में चुनौती दे दी। इसके कारण जेसीटीएसएल टाटा कंपनी को इलेक्ट्रिक बसें चलाने का टेंडर दे नहीं सका। हाइकोर्ट में मामले की सुनवाई के कारण जेसीटीएसएल इलेक्ट्रिक बसें चलाने के कार्यादेश टाटा कंपनी को नहीं दे सका, सुनवाई लम्बी चलने के कारण निविदा की समयावधि पूरी हो गई और केन्द्र सरकार से मिलने वाला पैसा लैप्स हो गया। केन्द्र सरकार की योजना का पैसा लैप्स होते ही चीन की कंपनियों ने केस वापस ले लिया।
टाटा की 35 सीटर इलेक्ट्रिक बस एक बार में एसी के साथ 100 किलोमीटर चल सकती है। बस रिचार्ज होने में 5-6 घंटे का वक्त लगता है। बस अधिकतम 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकती। इस इलेक्ट्रिक बस का ट्रायल हिमाचल के परवानू से शिमला के बीच हुआ। जिसमें बस ने 160 किलोमीटर की दूरी सफलतापूवर्क पूरी कर ली। वहीं, चाइनीज कंपनी गोल्ड स्टोन ने डेढ़ करोड़ रूपए में जो बस मुहैया करवाने का प्रस्ताव दिया था, वो 26 सीटर इलेक्ट्रिक बस एक बार चार्ज करने पर 200 किमी चलती है। इसे रिचार्ज करने में 4 घंटे का समय लगता है। वहीं, लीलेंड की 35 से 65 सीटर बस एक बार चार्ज करने पर 120 किमी चलेगी। इसकी कीमत 1.50 करोड़ से 3.50 करोड़ रूपए तक थी।
विरेन्द्र जैन, ओएसडी, जेसीटीएसएल