जाने क्या हो जाए विपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह को भाजपा खेमे की तरफ आने का इशारा करते हुए कहा कि जाने क्या हो जाए, इसलिए पधारो म्हारे देश। राठौड़ ने कहा कि आपने पर्यटन विभाग के लोगो जाने क्या दिख जाए को बदल कर पधारो मेरे देश कर दिया। मै कहता हूं कि जिस तरह से राजनैतिक उथल-पुथल हो रही है। ऐसे में जाने क्या हो जाए, इसलिए पधारो म्हारे देश । इससे पहले आवासन मंडल के विधेयक पर चर्चा के दौरान भी राठौड़ ने कहा कि अधिकतर सदस्य गायब हैं। मंत्रणाएं चल रही हैं। ऐसे समय में मप्र की तर्ज पर राजस्थान में आपके लोग आगे बढ़ने को आतुर हैं।
विपक्ष को दी नैतिकता की सीख कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा ने एमपी के घटनाक्रम पर विपक्ष को नैतिकता की सीख दी। दिव्या मदेरणा ने कहा कि जब प्रदेश में भैरोसिंह शेखावत सीएम थे और इलाज के लिए अमेरिका गए हुए थे, तब भाजपा के कुछ विधायक तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष परसराम मदेरणा के पास आए थे। उन्होंने सरकार गिराने की बात की थी। लेकिन उन्होंने नैतिकता के नाते शेखावत को ट्रंक कॉल करके कहा आपके नौनिहाल आए है और इस घटना की जानकारी दी।
टूटेगा बालाजी का कहर चौमूं विधायक रामलाल शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार ने उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में लाउड स्पीकर पर पाबंदी लगाई तो वहां सरकार पर संकट आ गया। यहां भी मंदिरों के विकास पर ध्यान नहीं दिया तो संकट मंडरा जाएगा। विशेष तौर पर सामोद का रोपवे चालू नहीं किया तो बालाजी का कहर 100 फीसदी टूटेगा। शर्मा ने आवासन मंडल के संबंध में आए विधेयक पर चर्चा के दौरान कहा कि आवासन मंडल के मकानों की गुणवत्ता अच्छी है तो इन्हीं मकानों में मप्र से आए अतिथियों को ठहराओ। फिर देखे वे रहते हैं या नहीं।
नहीं सीखा सबक वासुदेव देवनानी ने कहा कि मप्र की घटना के बाद मुझे लगता है कि कांग्रेस सरकार को सबक आ जाना चाहिए था। लेकिन लगता है कि घटना से कांग्रेस ने कोई सबक नहीं सीखा है।