शिवसेना के भाजपा से गठबंधन टूटने के बाद अब कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना की मिली-जुली सरकार बनाने की कवायद तेज हो गई है। कांग्रेस को फैसला करना है कि उसे इस गठबंधन के साथ आगे बढऩा है या नहीं। इसको लेकर कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक सोमवार सुबह हो चुकी है। इसमें दो वरिष्ठ नेताओं ने इस गठबंधन का विरोध किया। जबकि अन्य नेता इसको लेकर सहमत रहे।
इससे पहले कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक के बाद कांग्रेस नेता माणिक राव ठाकरे ने कहा कि कांग्रेस में अभी दो राय बनी हुई है। कुछ नेता जहां कांग्रेस की परम्परागत राजनीति की वकालत कर रहे हैं, वहीं दूसरा पक्ष शिवसेना के साथ जाने को तैयार है। वे सरकार के गठन में शिवसेना को समर्थन देने को भी तैयार है। इसलिए महाराष्ट्र के नेताओं को शाम को चर्चा के लिए बुलाया गया है। उन्होंने कहा कि शिवसेना की विचारधारा सबसे बड़ी अड़चन, बातचीत से हल निकाला जा सकता है।
उधर महाराष्ट्र की राजनीति का सेंटल प्वाइंट बने हुए जयपुर से सोमवार को कई कांग्रेस विधायक दिल्ली कूच कर गए हैं। संभावना जताई जा रही है कि वे दिल्ली से मुम्बई चले जाएंगे। लौटने वाले विधायकों में सुशील कुमार शिंदे, पृथ्वीराज चौहान, अशोक चौहान आदि हैं। वहीं कई विधायक अभी भी जयपुर के एक रिसोर्ट में ठहरे हुए हैं।