कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे भी उनके साथ जाएंगे। ये सभी दोपहर 12 बजे के लगभग चार्टर्ड प्लेन से मुंबई जाएंगे। ये विधायक पिछले कई दिन से दिल्ली रोड स्थित एक रिसोर्ट में रूके हुए है और आलाकमान के इशारे का इंतजार कर रहे थे। कल कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ मिलकर आए थे और उन्हें सोनिया गांधी का संदेश उन्हें दिया था। कल रात को सीएम अशोक गहलोत भी उनसे मिलकर आए थे।
सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी भी वहीं थे। गहलोत करीब दो घंटे तक वहां थे। वहीं मंगलवार को मुंबई में तीन कांग्रेस नेताओं अहमद पटेल, मल्लिकार्जुन खड़गे और केसी वेणुगोपाल ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार के साथ बैठक कर सरकार बनाने के फार्मूले पर विचार विमर्श किया था।
बैठक में कांग्रेस और एनसीपी की बैठक में मुख्यमंत्री पद को लेकर भी बात हुई जिसमें शिवसेना और एनसीपी के बीच ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद का बंटवारा करने और कांग्रेस को पूरे पांच साल के लिए डिप्टी सीएम का पद देने की बात शामिल है।
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस के विधायक महाराष्ट्र में सरकार बनाना चाहते है ताकि कई सालों से सत्ता से वंचित कांग्रेस को वहां मौका मिल सके। विधायक बाहर से समर्थन देने की बजाय कांग्रेस विधायक सरकार में शामिल होना चाहते हैं। इसलिए विधायकों को खरीद फरोख्त से रोकने के लिए जयपुर लाया गया था। कल रिसोर्ट में दिनभर गहमागहमी रही। राष्ट्रपति शासन की घोषणा होने से
पहले सभी विधायक रिसोर्ट के अंदर ही रहे। जैसे ही राष्ट्रपति शासन की सूचना मिली, कुछ विधायक रिसोर्ट की छत पर आ गए और विक्ट्री का साइन दिखाने लगे। कुछ विधायक रिसोर्ट के पोर्च में आए और वाहनों से शहर भ्रमण के लिए निकल गए थे। विधायकों के साथ पूर्व गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे, वरिष्ठ कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष बाबा साहब थोराट, पृथ्वीराज चव्हाण, नितिन राउत सहित कई बड़े कांग्रेस नेता भी जयपुर में आकर गए थे।