महावीर स्वामी के जन्म कल्याणक महोत्सव को लेकर सुबह से ही घरों में चहल—पहल नजर आई। कोरोना वायरस महामारी से बचाव तथा विश्व शांति के लिए मंत्र जाप किए गए। घरो के बाहर बालिकाओं और महिलाओं ने रंगोली बनाकर चोबीस तीर्थंकरो के प्रतीक 24 दीपक जलाए गए। इसके बाद शुद्ध वस्त्र पहनकर भगवान महावीर स्वामी की तस्वीर के समक्ष 13 बार महावीराष्टक तथा महावीर चालीसा का पाठ किया गया। भगवान महावीर की अष्ट द्रव्य से पूजा अर्चना की गई और जन्म कल्याणक अर्घ्य चढाया गया।
राजस्थान जैन युवा महासभा जयपुर के प्रदेश महामंत्री विनोद जैन कोटखावदा के अनुसार सुबह 5 मिनट तक घर की छत और बरामदे में मधुर ध्वनि नाद करते हुए भगवान की जय-जयकार की गई। थाली, ताली बजाकर भगवान महावीर के संदेशों के जयघोष लगाये गये, लोगों ने अपने मकानों की छत पर ही लघु प्रभात फेरी निकाली गई। इसके बाद भगवान का अभिषेक, शांतिधारा की गई। कई श्रद्धालुओं ने मुनि सुधा सागर द्वारा करवाई गई महावीर भक्तामर विधान पूजा की। पूजा के समापन पर गृह शुद्धि के लिए हवन किया गया। दोपहर में स्वाध्याय में भगवान महावीर के 10 भवों के जीवन परिचय को कथा के रूप में वाचन किया गया। उन्होंने बताया कि मुनि सुधा सागर महाराज, मुनि प्रमाण सागर महाराज, मुनि प्रज्ञासागर महाराज सहित देश के सभी दिगम्बर जैन संतों के आव्हान सोशल डिस्टेंस की सभी लोगों ने पालना की। श्रद्धालुओं ने लड्डू आदि मिष्ठान तथा मीठे चावल बनाकर निर्धन लोगों को बांटे। वहीं भोजन के पैकेट तैयार कर जरूरतमंदों को बांटे गए।