गौरतलब है कि बीजेपी से पार्षद और महेश लाटा के भाई विष्णु लाटा ने नगर निगम जयपुर में मेयर के उप-चुनाव में पार्टी के खिलाफ जाते हुए मेयर पद के लिए नामांकन दाखिल किया था और जीत दर्ज की थी। इस दौरान भाजपा के सबसे मजबूत उम्मीदवार मनोज भारद्वाज को हार का सामना करना पड़ा था। पूर्व मंत्री और विधायकों के लाख समझाने के बावजूद भी विष्णु लाटा ने अपना नाम वापस नहीं लिया था। नाम वापसी की समय सीमा समाप्त होने के बाद लाटा निगम पहुंचे और कहा कि भाजपा से बागी नहीं हूं और लोकतान्त्रिक व्यवस्था के तहत चुनाव लड़ रहा हूं। हालांकि मेयर विष्णु लाटा को पार्टी से पहले ही निष्कासित हो चुके हैं।