इस दौरान महिला कांग्रेस दो माह से ज्यादा समय से धरने पर बैठे किसानों के दुख-दर्द भी साझा करेंगी। प्रदेश महिला कांग्रेस की नवीन कार्यकारिणी गठित होने के बाद ये पहला बड़ा कार्यक्रम है। महिला कांग्रेस की प्रदेशाध्यक्ष रेहाना रियाज ने बताया कि शाहजहांपुर बॉर्डर पर 28 फरवरी को होने वाले कार्यक्रम में प्रदेश भर से तीन हजार महिला कांग्रेस की कार्यकर्ता शामिल होंगी। शाहजहांपुर बॉर्डर पर होने वाले धरने को लेकर महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को अलग-अलग जिम्मेदारियां दी गई है।
रेहाना रियाज ने बताया कि कृषि कानूनों के खिलाफ दो माह से से भी ज्यादा समय से किसान अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठा हुआ है, हाड़कंपा देने वाली सर्दी में भी किसान धरने पर बैठा रहा, लेकिन मोदी सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। किसानों की मांगों का निस्तारण करने की बजाए भाजपा और उससे जुड़े संगठन किसानों को आतंकवादी और खालीस्तानी बताकर अन्नदाता का अपमान कर रहे हैं, जिसे महिला कांग्रेस बर्दाश्त नहीं करेगी।
उन्होंने कहा कि 28 फरवरी को महिला कांग्रेस के प्रस्तावित कार्यक्रम मोदी सरकार और भाजपा को चुनौती है कि वे किसानों की बात मानकर इन कानूनों को वापस ले ले। बता दें कि इससे पहले महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गांव-गांव ढाणी-ढांणी जाकर कृषि कानूनों के खामियां गिनाई थीं।