भाजपा प्रतिनिधि मंडल की सरकार से तीन घंटे तक सचिवालय में हुई वार्ता में तय किया गया कि अन्य राज्यों का अध्ययन कर राजस्व विभाग की ओर से मंदिर माफी की जमीनों के संरक्षण के लिए विधिक एवं प्रशासनिक उपाय सुझाया जाएगा और इस संबंध में अधिनियम के लिए अनुशंसा की जाएगी। इसके लिए अलग से कमेटी बनाई जाएगी। पुजारी शंभू के मौत के मामले में दर्ज हुई सभी एफआईआर की जयपुर आईजी जांच करेंगे।
संभागीय आयुक्त को सौंपी जांच महुवा के खसरा नंबर 428/1118 रकबा 0.62 हेक्टेयर में पट्टे बनाकर 172 दुकानों का निर्माण किया गया है, संभागीय आयुक्त इसकी जांच करेंगे। तब तक सभी दुकानें सील रहेंगी। महुवा के खसरा नंबर 239/1058 रकबा 0.02 हेक्टेयर रास्ते की जमीन पर किए गए अतिक्रमण को 26 अगस्त 2020 को हटा दिया गया था। उसका सत्यापन किया जाएगा और पूरा अतिक्रमण हटाया जाएगा। गांव टिकरी के मृतक पुजारी की 2 बीघा जमीन पर 145 सीआरपीसी के अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी। ग्राम टिकरी स्थित मंदिर माफी की 26 बीघा जमीन पर भी 145 सीआरपीसी के अंतर्गत कार्रवाई कर दुकानों को सील करने के साथ कब्जे में लिया जाएगा तथा जांच कर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई होगी। 172 दुकानों के निर्माण के मामले में तत्कालीन ईओ नगर पालिका महुवा की भूमिका की जांच संभागीय आयुक्त करेंगे और दोषी पाए जाने पर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जाएगी। एडीएम दोसा की ओर से कथित दुर्व्यवहार की जांच भी संभागीय आयुक्त करेंगे। आठ अप्रैल को महुआ में किए गए लाठीचार्ज में जगदीश सैनी के बेहोश होने के बाद मौत के संबंध में जांच जयपुर संभागीय आयुक्त करेंगे। पुजारी शंभू की मौत के मामले में कुछ बिंदुओं पर जयपुर संभागीय आयुक्त जांच कर 30 अप्रेल तक रिपोर्ट सरकार को सौंपेंगे।
जांच के दौरान एपीओ रहेंगे अधिकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी ने कहा कि जिन अधिकारियों के खिलाफ जांच की जाएगी वह जांच के दौरान एपीओ रहेंगे। सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि पुजारी शंभू का पहले पोस्टमार्टम कराया जाएगा और उसके बाद उसकी 2 बीघा जमीन पर जहां भूमाफिया ने खिलवाड़ किया था, उसी जमीन पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
वार्ता में यह रहे मौजूद सांसद रामचरण बोहरा, विधायक अशोक लाहोटी, अरुण चतुर्वेदी, राघव शर्मा, सुमन शर्मा सहित कई बीजेपी नेता प्रतिनिधिमंडल में शामिल हुए। सरकार की ओर से मुख्य सचेतक महेश जोशी, मुख्य सचिव निरंजन आर्य, डीजीपी एमएल लाठर, आईजी हवा सिंह घुमरिया, कमिश्नर आनन्द श्रीवास्तव, दौसा कलेक्टर पीयूष सामरिया और जयपुर कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा मौजूद रहे।