शंभू पुजारी के शव के साथ सिविल लाइंस फाटक पर चल रहा धरना रविवार को समाप्त हो गया। सरकार के साथ मांगों पर सहमति बनने के बाद भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने धरना समाप्त करने का एलान किया। इस दौरान सांसद किरोड़ी लाल मीणा, रामचरण बोहरा और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी मौजूद रहे। इसके बाद पुलिस ने मृतक पुजारी के शव को पोस्टमार्टम के लिए एसएमएस अस्पताल भिजवाया।
भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि देर से ही सही लेकिन सरकार ने प्रतिनिधिमंडल की सभी मांगें मान ली हैं। सरकार की निरंकुशता ही है कि 100 जूते भी खाए, प्याज भी खाए और काम भी करना पड़ा। पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि प्रदेश में मंदिर माफी की जमीनों पर से अतिक्रमण हटाए जाने के लिए सख्त कानून भी बनाया जाएगा। इस कानून की अनुशंसा के लिए सरकार जल्द ही एक कमेटी का गठन करेगी, जो विभिन्न राज्यों में इस संबंध में बनाए गए कानून का अध्ययन कर राजस्थान में इस पर अमलीजामा पहनाने का काम करेगी।
धरना स्थल पर कार्यकर्ताओं ने लगाए नारे धरना समाप्त करने की घोषणा के बाद धरना स्थल पर कार्यकर्ताओं ने भाजपा जिंदाबाद के नारे लगाए। सभी नेताओं ने कहा कि यह सत्य की जीत है।
पूनियां ने कार्यकर्ताओं के साथ निकाली रैली इससे पहले सुबह पूनियां ने कार्यकर्ताओं के साथ भाजपा मुख्यालय से सिविल लाइंस फाटक तक रैली निकाली। कार्यकर्ता पुजारी को न्याय दिलाने के लिए नारेबाजी करते चल रहे थे। इसके बाद धरना स्थल पर रामधुनी की गई।