जयपुर जंक्शन के प्लेटफॉर्म संख्या-2 पर 6 बजकर 42 मिनट पर आगरा फोर्ट- अजमेर ट्रेन पहुंची। तीन मिनट ठहराव के बाद शाम 6 बजकर 45 मिनट पर अजमेर के लिए रवाना हुई। करीब 2 मिनट के अंतराल के बाद ट्रेन के क्रॉसिंग सिग्नल के पास पहुंचते ही 25 हजार वॉल्ट का इंजन पर लगा ओएचई (ओवर हेड इक्यूपमेंट) तार धमाके के साथ टूट कर पेंटो में फंस गया। इससे ट्रेन तुरंत रुक गई। तार से चिंगारियां निकलती देखकर यात्रियों में हड़कंप मच गया। करंट के भय से रेल कर्मचारियों ने तुंरत यात्रियों को बाहर निकलवा ट्रेन को खाली करा लिया।
टूटकर इंजन पर गिरा तार
रेल अधिकारियों का कहना है कि तार टूट कर इंजन के ऊपर लगे पेंटो में अटक गया था। हालांकि तार के टूटते ही तुंरत विद्युत सप्लाई बंद हो गई जिससे कोई नुकसान नहीं हुआ। इस बीच यार्ड के अन्य प्लेटफार्म से भी इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेनों का संचालन नहीं हो सका।
डीजल इंजन लगाकर किया रवाना
करीब 3 तक चले मेंटिनेंस कार्य के बाद रात 9 बजे करीब आगरा फोर्ट ट्रेन के डीजल इंजन लगा दिया गया। रात 9.55 बजे उसे अजमेर के लिए खाली रवाना किया। जबकि इलेक्ट्रिक इंजन को यहीं रख लिया गया।
यात्रियों को दूसरी ट्रेन से भेजा
हादसे के वक्त आगरा फोर्ट ट्रेन में अजमेर जाने के लिए करीबऩ 100 यात्री सवार थे जिन्हें घटना के दौरान उतार लिया गया। करीब आधा घंटा बाद शाम 7.15 बजे यहां पहुंची किशनगंज-अजमेर ट्रेन से उन्हें गंतव्य रवाना कर दिया गया।
कैसे टूटा तार, नहीं पता!
जयपुर जंक्शन पर विद्युतीकरण कार्य होने के बाद पहली बार ऐसा वाकया पेश आया है जिससे हर कोई यहां भयभीत नजर आया। घटना की सूचना मिलते ही रेल अधिकारी तुरंत पहुंच गए। हालांकि तार कैसे टूटा, अभी इसको लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं सकी है। अधिकारी इसको लेकर कुछ बोलने से कतराते रहे।