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शहीद की नौ साल से मूर्ति तैयार, लेकिन अनुमति के इंतजार में स्थापित नहीं हो पाई

locationजयपुरPublished: Oct 22, 2019 01:21:30 pm

Submitted by:

Ashwani Kumar

शहीद का ये कैसा सम्मान: मरणोउपरांत मिला था सेना मेडल
-2010 में नगर निगम की कार्यकारिणी समिति में प्रस्ताव हुआ था पास, लेकिन कमेटी ने नहीं दिया ध्यान

शहीद की नौ साल से मूर्ति तैयार, लेकिन अनुमति के इंतजार में स्थापित नहीं हो पाई

शहीद की नौ साल से मूर्ति तैयार, लेकिन अनुमति के इंतजार में स्थापित नहीं हो पाई



जयपुर। देश की रक्षा में प्राण न्यौछावर करने वाले जयपुर के लाल मेजर आलोक माथुर की प्रतिमा नौ साल के बाद भी स्थापित नहीं हो पाई है। शहीद मेजर आलोक माथुर मेमोरियल समिति के पदाधिकारियों ने हाल ही में सैनिक कल्याण मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास से मूर्ति लगवाने की मांग की। जबकि नगर निगम 2010 में पार्क में मूर्ति लगाने का प्रस्ताव कार्यकारिणी समिति की बैठक में पास भी किया जा चुका है। फिर भी नौ साल से शहीद की प्रतिमा को स्थापित करने में कोई रुचि नहीं दिखा रहा है। इन सालों में समिति के पदाधिकारी संबंधित अधिकारियों से कई बार मिल चुके हैं, लेकिन किसी ने सुध नहीं ली।
झोटवाड़ा के कृष्णा नगर स्थित पार्क का नाम तो आलोक माथुर के नाम पर रख दिया गया, लेकिन अब तक यहां पर मूर्ति नहीं लग पाई है, जबकि मूर्ति के लिए यहां पर फाउंडेशन बनकर तैयार हो गया है।
युवाओं को मिले प्रेरणा, इसलिए परिजन चाहते मूर्ति लगे
कायस्थ जनरल सभा के कार्यकारी अध्यक्ष अवध बिहारी माथुर ने बताया कि सात अक्टूबर 2003 को अरुणाचल प्रदेश के कामेंग जिले मेें आतंकियों से लोहा लेते हुए आलोक शहीद हो गए थे। शहीद के परिजनों की इच्छा थी कि बेटे के नाम पर पार्क हो और उसमें मूर्ति स्थापित कराई जाए, ताकि युवा पीढ़ी को प्रेरणा मिल सके। पार्क का नाम तो शहीद के नाम पर रख दिया, लेकिन अब तक मूर्ति स्थापित नहीं हो पाई है। जबकि पार्क में मूर्ति लगाने में लिए फाउंडेशन भी सभा की ओर से तैयार करवा दिया है। सैनिक कल्याण मंत्री ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही मूर्ति लगवाएंगे।
कमेटी तय नहीं कर पाई
स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और शहीदों की मूर्तियां स्थापित करने और इससे संबंधित अन्य दावों पर विचार करने के लिए एक समिति का वर्ष 2002 में पुनर्गठन किया गया था। इसमें स्वायत्त शासन एवं सामान्य प्रशासन मंत्री, सिंचाई मंत्री, महिला एवं बाल विकास मंत्री और समाज कल्याण मंत्री शामिल हैं।
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