ओवल पाठ्यक्रम में बदलाव का मुख्य वजह ये है कि छात्रों को प्रोग्रामिंग स्किल , इंटरनेट ऑफ थिंग्स और वेब डिजाइंनिंग जैसी नई तकनीकों से जोड़ा जा सके। वहीं इस कोर्स में पाइथन भाषा को भी एड किया है जो छात्रों को प्रोग्रामिंग के क्षेत्र में नए अवसर प्रदान करेगी । खास बात ये है कि इस कोर्स में इंटरनेट ऑफ थिंग्स के जरिए स्मार्ट फोन के जरिए स्मार्ट फोन के जरिए कै से चीजों को कंट्रोल करने की जानकारी प्राप्त होगी। नए पाठ्यक्रम में इंफारमेशन टेक्नोलॉजी क ोर्स सॉफ्टवेयर ओपन सोर्स तकनीक पर आधारित है।
ओ लेवल कोर्स में वेब डिजइनिंग कोर्स में नई तकनीक जैसे सीएसएस एंगुलर जेएसएस और फोटो एडिटिंग आदि को शामिल कर रोजगारपरक बनाया गया है। साइबर सिक्योरिटी इस समय का बड़ा खतरा है। इसीलिए इसे भी कोर्स से जोड़ा गया है। इस कोर्स के जरिए छात्रों को वायरस अटैक, जंक मेल पासवर्ड, ओटीपी की चोरी आदि से कैसे बचा जाए इसके बारे में जानकारी दी जाएगी।