फर्जीवाड़ा...बोर्ड के मिलते-जुलते नाम से बनाते मार्कशीट और वेबसाइट से दिलाते असली होने का विश्वास
जयपुरPublished: Nov 22, 2022 08:06:12 am
डाक विभाग की ग्रामीण डाक सेवक भर्ती में छानबीन करने पर यह सामने आया है कि फर्जी अंकतालिका बनवाने वाले अधिकतर अभ्यर्थी ग्रामीण तबके से है। विभाग की ओर से विज्ञप्ति जारी करने से लेकर फॉर्म भरने के लिए करीब दो माह का समय दिया गया था।


बोर्ड के मिलते-जुलते नाम से बनाते मार्कशीट और वेबसाइट से दिलाते असली होने का विश्वास
जयपुर। डाक विभाग की ग्रामीण डाक सेवक भर्ती में छानबीन करने पर यह सामने आया है कि फर्जी अंकतालिका बनवाने वाले अधिकतर अभ्यर्थी ग्रामीण तबके से है। विभाग की ओर से विज्ञप्ति जारी करने से लेकर फॉर्म भरने के लिए करीब दो माह का समय दिया गया था। माना जा रहा है कि इस दौरान एजेंट हावी हो गए और उन्होंने ग्रामीण इलाकों में लोगों को निशाना बनाया। इसके लिए मोटी रकम ली गई। साथ ही विश्वास दिलाने के लिए बोर्ड से मिलते-जुलते नाम की वेबसाइट बनाकर उन्हें मार्कशीट असली होने का दावा किया गया। कई मार्कशीट पर स्कैन के लिए कोड भी अंकित मिला है। जिसे स्कैन पर बोर्ड की वेबसाइट खुलती है। जबकि असलियत में वह बोर्ड की फर्जी वेबसाइट है।