उधर, झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में पार्टी जातिगत समीकरण पर गौर कर रही है। यहां यादव समाज से जुड़े दावेदार, कार्यकर्ताओं की तरफ नजर गड़ाई हुई है। ऐसा हुआ तो मौजूदा विधायक राजपाल सिंह शेखावत की सीट बदली जा सकती है। चर्चा यह है कि नाथद्वारा सीट पर उनकी मौजूदगी हो सकती है। उधर, सांगानेर विधानसभा क्षेत्र अब भी भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बनी हुई है। यहां जातिगण समीकरण के आधार पर ब्राहृमण दावेदार आगे हैं, लेकिन वैश्य समाज से भी दो दावेदार अब भी बने हुए हैं। पार्टी का केन्द्रीय नेतृत्व और राज्य संगठन दोनों मंथन में जुटे हैं, क्योंकि मजबूत दावेदार नहीं होने की स्थिति का फायदा कांग्रेस को मिल सकता है।