पहले बनाए पारिवारिक रिश्ते, फिर दिया वारदात को अंजाम-
मुख्य आरोपी शेखर अग्रवाल की बड़ी चौपड़ पर एन.जे.बुलियन एवं नारायण दास जग्गी लाल सर्राफ और सिटी पल्स में बोरला के नाम से सोने-चांदी की ट्रेडिंग की दुकान है। परिवारी डॉक्टर सुनीत सोनी के ज्वैलर्स शेखर अग्रवाल से परिवारिक व व्यवसायिक संबंध है। आयकर विभाग का भय दिखाकर डॉक्टर सुनीत व उसके परिजनों से शेखर अग्रवाल ने चांदी में करोड़ों रुपए का निवेश करवाया। भारी मात्रा में खरीदी गई चांदी की सिल्लियों को मकान के बेंस मेंट में अपने भांजे जतिन जैन, गिरफ्तार आरोपी कर्मचारी केदार जाट व कालू राम सैनी की मदद से फर्श में लोहे के बॉक्स में रखवाकर चांदी रखवाई। जिसके बाद नकबजनी की साजिश रचकर मामा-भांजे व दोनों कर्मचारियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया।
मुख्य आरोपी शेखर अग्रवाल की बड़ी चौपड़ पर एन.जे.बुलियन एवं नारायण दास जग्गी लाल सर्राफ और सिटी पल्स में बोरला के नाम से सोने-चांदी की ट्रेडिंग की दुकान है। परिवारी डॉक्टर सुनीत सोनी के ज्वैलर्स शेखर अग्रवाल से परिवारिक व व्यवसायिक संबंध है। आयकर विभाग का भय दिखाकर डॉक्टर सुनीत व उसके परिजनों से शेखर अग्रवाल ने चांदी में करोड़ों रुपए का निवेश करवाया। भारी मात्रा में खरीदी गई चांदी की सिल्लियों को मकान के बेंस मेंट में अपने भांजे जतिन जैन, गिरफ्तार आरोपी कर्मचारी केदार जाट व कालू राम सैनी की मदद से फर्श में लोहे के बॉक्स में रखवाकर चांदी रखवाई। जिसके बाद नकबजनी की साजिश रचकर मामा-भांजे व दोनों कर्मचारियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया।