दरअसल उत्तरप्रदेश निवासी एक शख्स जयपुर के विश्वकर्मा थाना इलाके में रहकर मजदूरी करता था, इस दौरान उसकी दोस्ती बिहार निवासी शख्स से हो गई। दोस्ती भी इतनी गहरी की, जब दोस्त ने शराब पीते हुए दम तोड़ दिया तो उसकी बेरूखी सहन नहीं कर पाया और बेसुध हालत में उसके शव को कट्टे में भरकर साइकिल पर अंतिम संस्कार के लिए श्मशान की ओर चल पड़ा।
बेसुध हालत में कब कट्टे से शव का सिर बाहर निकल गया उसे पता ही नहीं चला और लोगों ने उसे हत्यारा समझ लिया। उसको रोका और कट्टे में शव देखकर उसकी धुनाई करना शुरू कर दिया। कुछ ही देर में बच्चो चोर पकड़ने की अफवाह इलाके में फैल गई। किसी ने इस घटना की जानकारी नजदीकी पुलिस थाने को दे दी। थाने से पुलिस की पीसीआर में मौजूद लोगों ने पिट रहे शख्स को बचाया।
विश्वकर्मा थाना इलाके में शुक्रवार दोपहर एक युवक साइकिल पर कट्टे में डालकर शव लेकर जा रहा था। रास्ते में कट्टे से शव का सिर बाहर निकला तो लोगों ने हत्यारा समझ कर साइकिल वाले युवक को घेर लिया। इतना ही नहीं, उसके साथ कुछ लोगों ने मारपीट भी कर दी। घटना के साथ ही कई तरह की अफवाहें फैल गई लेकिन पुलिस पूछताछ में मामला कुछ और ही निकला।
पुलिस ने बताया कि शव बिहार निवासी हीरालाल का है और इसे साइकिल पर लेकर जाने वाला राजकुमार उत्तरप्रदेश का रहने वाला है। विश्वकर्मा इलाके के श्रीराम नगर में दोनों पड़ोस में रहते हैं और दोनों में अच्छी दोस्ती थी। बीते कुछ दिनों से हीरालाल अधिक शराब पीने लगा था। सुबह भी राजकुमार काम पर जाने से पहले हीरालाल को शराब पीते हुए छोड़कर गया था। दोपहर में घर लौटा तो हीरालाल मर चुका था।
राजकुमार को कुछ नहीं सूझा तो शव को कट्टे में भरकर साइकिल पर रखकर श्मशान में ले जा रहा था। बीच रास्ते में कुम्हारों के मोहल्ले में कट्टे से शव का सिर बाहर निकल आया। इस पर लोगों ने कई तरह की आशंका जताते हुए घेर लिया और मारपीट करने लगे। एएसआई महेंद्र ने बताया कि पुलिस ने मृतक के दोस्त राजकुमार से पूछताछ कर ली है। मामला संदिग्ध नहीं है। हीरालाल की अधिक शराब पीने से ही मौत हुई है।