तहसीलदार सत्यनारायण सुथार ने बताया कि रात भर पांच एक्सक्वेटर मशीनें, ट्रेक्टर, दो नहर खोदने वाली बड़ी मशीनें तथा दर्जनों ग्रामीण व मजबूर राहत कार्य में जुटे रहे, लेकिन अभी तक सफलता हासिल नहीं हो सकी। हालांकि मिस्त्री के हाथ मिट्टी में दबे हुए दिखाई दिए हैं। जिससे लगता है संभवत: उसका प्राणांत हो गया। रेतीली व बरेती वाली मिट्टी होने से खुदाई के साथ बार-बार मिट्टी धसकने से राहत कार्य बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।
उल्लेखनीय है कि गांव नारायणपुरा पीएस भाववाला चौकी वजीदपुरा (पंजाब) के मेजरसिंह पुत्र अवतारसिंह के खेत 11 केएसडी में सिंचाई पानी के लिए करीब 40 फुट गहराई में सोमवार को एक कुंआ खोदा गया था। जिसमें मंगलवार को चिनाई कार्य शुरु हुआ। मिस्त्री राजेश कुमार मजदूरों के साथ चिनाई कार्य कर रहा था कि अचानक दोपहर करीब डेढ़ बजे कुंआ भरभराकर धंस गया। जिससे वह मिट्टी व ईंटों के साथ करीब 40 फुट गहराई में मिट्टी के नीचे दब गया। धंसे कुएं के साथ ही दूसरा कुंआ खोदा जा रहा है। जिसकी खुदाई लगभग पूरी हो चुकी है। मौके पर एंबुलेंस व डॉक्टर्स की टीम तैयार है। इसके अलावा पुलिस व प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं।