फोटो खींचते समय आ गई थी मौतए सिर पर पत्थर गिर गया था
दरअसल दौसा के बांदीकुई रहने वाला 32 साल का देवव्रत शुक्ला पिछले शनिवार को जयपुर आया था। जगतपुरा में रहने वाले अपने दोस्त भूपेश शर्मा के यहां ठहरा देव्रवत सोमवार को पीएफ कार्यालय जयपुर जाने वाला था। साथ ही गोनेर रोड पर प्लॉट देखने वाला था। जगतपुर में रहने वाले दोस्त भूपेश के साथ जब देवव्रत निकला तो वह पहले तो गोनेर रोड पर गए और वहां पर प्लॉट देखे।
दरअसल दौसा के बांदीकुई रहने वाला 32 साल का देवव्रत शुक्ला पिछले शनिवार को जयपुर आया था। जगतपुरा में रहने वाले अपने दोस्त भूपेश शर्मा के यहां ठहरा देव्रवत सोमवार को पीएफ कार्यालय जयपुर जाने वाला था। साथ ही गोनेर रोड पर प्लॉट देखने वाला था। जगतपुर में रहने वाले दोस्त भूपेश के साथ जब देवव्रत निकला तो वह पहले तो गोनेर रोड पर गए और वहां पर प्लॉट देखे।
उसके बाद पीएफ कार्यालय में आने के लिए रवाना हो गए जो कि अमरुदों का बाग की ओर है। लेकिन वहां जाने से पहले जब जगतपुरा से निकले तो देवव्रत और भूपेष जगतपुरा में स्थित अक्षयपात्र परिसर में स्थित बलराम मंदिर में चले गए। वहां से वापस लौटे और मंदिर के पत्थर के बोर्ड के नीचे खड़े होकर फोटो खिंचाने लगे। यादगार के लिए खींची जाने वाली इस फोटो के दौरान ही पत्थर का बोर्ड देवव्रत के सिर पर आ गिरा।
उसे अस्पताल भी ले जाया गया लेकिन उसकी मौत हो गई। देवव्रत के पिता अशोक ने बताया कि बोर्ड क्षतिग्रस्त थाए हर रोज हजारों लोग उसके नीचे से गुजरते हैंए फिर भी प्रशासन ने उस पर कोई चेतावनी बोर्ड नहीं लगाया। उनकी लापरवाही से बेटे की मौत हो गई। उसके दो छोटे बच्चे हैं उनको तो पता भी नहीं है कि अब उनका पिता कभी नहीं आएगा।