सूत्रों से आ रही जानकारी के मुताबिक पीएलए के उग्रवादियों ने आईइडी का प्रयोग कर्नल त्रिपाठी की क्यूआरटी को संशय में डालने के लिए किया था। इसके बाद जैसे ही कर्नल की बोलेरो सहित पांच गाडियां रूकी उग्रवादियों ने तबाडतोड गोलियों की बरसात कर दी। गाडियों के आमने—सामने शीशे पर लगी गोलियों से यह बात सामने आ रही है कि बेहद ही नजदीकी यानी प्वाइंट ब्लैंक रेंज से गोली मारी गई।
हालांकि जवाबी कार्रवाई में कुछ उग्रवादियों को भी गोली लगी है। घटनास्थल पर जंगल में दूर तक खून के निशान पाए गए हैं। सेक्टर 27 के डीआईजी ब्रिगेडियर अशीष रंजन ने रविवार को इस जगह का विशेषज्ञों के साथ दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया। गांव के सचिव टी हकमुंउंग कहते हैं कि यह पहली बार है है जब यहां उग्रवादी घटना हुई है। इसकी हम निंदा करते हैं।