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इस विभाग की वार्षिक रिपोर्ट ने चौंका दिया, जानें क्या तथ्य आएं सामने

locationछिंदवाड़ाPublished: Jan 16, 2018 11:47:16 am

Submitted by:

dinesh sahu

योजनाओं पर करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी जिले में मलेरिया डेंगू और स्वाइन फ्लू जैसी बीमारियों पर अंकुश लगाना तो दूर दर में कमी तक नहीं आ पाई है।

The annual report of this department was startled

The annual report of this department was startled

छिंदवाड़ा . योजनाओं पर करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी जिले में मलेरिया डेंगू और स्वाइन फ्लू जैसी बीमारियों पर अंकुश लगाना तो दूर दर में कमी तक नहीं आ पाई है। तीनों बीमारियों के मामले अपेक्षाकृत वर्ष २०१७ में ज्यादा सामने आए हैं। हालांकि विभागीय अधिकारी इसे लेकर कुछ भी नहीं कहना चाहते हैं लेकिन जानकारों की मानें तो कर्मचारियों की कमी की वहज से योजनाओं का सही क्रियान्वयन न हो पाना इसकी बड़ी वजह है।
मलेरिया-डेंगू पर अंकुश तो दूर मामलों में भी कमी तक नहीं ला पाया विभाग


हाल ही में जिला मलेरिया विभाग द्वारा वार्षिक रिपोर्ट जारी की गई है। इस रिपोर्ट के अनुसार बीते वर्ष मलेरिया से सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्रों में जुन्नारदेव, तामिया, हर्रई तथा मोहखेड़ विकासखंड शामिल हंै। जबकि परासिया, चौरई व पांढुर्ना की स्थिति नियंत्रण में रही।
विभाग का दावा है कि वर्ष २०१७ में दो लाख ८६ हजार से अधिक मरीजों की स्लाइड जांच की गई, जो कि लक्ष्य का ९७ प्रतिशत है।
इस दौरान मलेरिया से किसी भी मरीज की मृत्यु नहीं हुई है। हालांकि यह सिर्फ विभागीय दावा है। वहीं जिला अस्पताल में १८० डेंगू संदिग्धों तथा ६५ स्वाइन फ्लू संदिग्धों की जांच की गई। इनमें से डेंगू के ११ तथा स्वाइन फ्लू के ११ मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। जबकि वर्ष २०१६ में स्वाइन फ्लू और डेंगू के मामले काफी कम रहे।

कर्मचारियों की कमी बनी समस्या


राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत मलेरिया विभाग में कार्यरत संविदा कर्मचारियों की सेवा समाप्त करने के निर्देश जारी किए गए थे। निर्देश के बाद ३५ कर्मचारियों की सेवा समाप्त कर दी गई। इसके चलते जमीनी स्तर पर होने वाला कार्य प्रभावित हुआ और सर्वे, दवा छिडक़ाव व अन्य का उचित क्रियान्वयन नहीं हो सका।

जिले में मलेरिया की अपेक्षाकृत स्थिति


ब्लॉक का नाम वर्ष २०१६ की स्थिति वर्ष २०१७ की स्थिति
स्लाइड जांच – पॉजिटिव स्लाइड जांच – पॉजिटिव
१. छिंदवाड़ा १६२९२ ३१ १८१४८ ३४
२. पिंडरई कला १०४२३ ४० १४२६६ ३५
३. मोहखेड़ २२३९७ ६९ २१९६९ १२६
४. परासिया ४१३१० ६१ ३७८५७ ५४
५. अमरवाड़ा १८४९१ ४३ २२८२७ ६७
६. चौरई २१६४४ १०२ २३९९१ ०६
७. सौंसर २७८६२ ३१ २६२४० १४
८. पांढुर्ना १९५९७ १५ १६३६८ ०६
९. जुन्नारदेव ३६६५५ ८० ४४४२३ ४७५
१०. तामिया २७५१३ २३२ २२१९२ ३५०
११. हर्रई १९४७७ १२८८ २३९७५ ११३६
१२. बिछुआ १४४०५ ६८ १३७५३ ३४

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