गौरतलब है कि 15 सितंबर 2018 की रात को पारदी गिरोह के बदमाश भृगु पथ निवासी पुष्पलता बिसारिया के घर में खिड़की की ग्रिल तोड़कर घुस गए थे। एक कमरे में सो रहे हर्षित उर्फ शौर्यवर्धन को बंधक बनाया और दूसरे कमरे में बुजुर्ग पुष्पलता की हत्या कर नकदी, जेवरात एवं कीमती सामान लूट कर ले गए थे। इस मामले में पुलिस ने पूर्व में रतलाम निवासी शक्ति, गुर्जर की थड़ी कच्ची बस्ती निवासी चन्ना उर्फ जोनी, रतलाम हाल बीटू बाइपास डेरे में रहने वाले बादाम सिंह, गुड्डी और नंदनी को गिरफ्तार किया था। जबकि ढाण्डी फरार चल रहा था।
घर आने का पता चला मुखबिर से पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी ढाण्डी रतलाम स्थित अपने घर आया है। इस पर पुलिस टीम को रवाना किया गया। वह घर से पुन: लौटने की फिराक में था। इसी दौरान रतलाम रेलवे स्टेशन से पुलिस ने उसे दबोच लिया। यह पारदी गिरोह अलग-अलग राज्यों में जाकर के आपराधिक वारदात करते हैं।
दक्षिण में काटी फरारी पूछताछ में सामने आया है कि वारदात के बाद वह मध्य प्रदेश चला गया था। वहां से वह दक्षिण भारत में चला गया। लम्बे समय से वह कर्नाटक, केरल व आस-पास के राज्यों में फरारी काट रहा था। वहां भी उसने वारदात की है। जिसकी जानकारी जुटाई जा रही है। जयपुर में उसने पूर्व में मुहाना, श्याम नगर और झुंझुनूं में भी नकबजनी की वारदात की थी।