दौसा में फीका रहा मैराथन का रंग, अधिकारियों ने दो कदम दौड़ खिचवाएं फोटो, नहीं लिया भाग
जयपुर/दौसा
राजस्थान दिवस के अवसर दौसा में हुई मैराथन दौड़ का रंग फीका ही रहा। इस दौड़ के लिए प्रचार प्रसार के अभाव में आम जनता भी नहीं जुड़ पाई वही जिला प्रशासन के अधिकारियों ने भी इस दौड़ में अपना रूतबा दिखाया। प्रशासन के अधिकारियों ने पहले तो दौड़ में शामिल होने आए बच्चों को यह कहकर डऱाया कि जो बालक दौडऩे के लिए मैराथन में आए है वह अगर बिना दौड़े टीशर्ट लेकर घर चले गए तो उन्हें पुलिस पकड़ लेगी। जिला प्रशासन के अधिकारियों ने पहले तो दौड़ को हरी झंड़ी दिखाई और फिर उसके बाद दो कदम चलकर फोटो खिंचवा कर दौडऩे की औपचारिकता पूरी कर ली और अपनी गाडि़यों के काफिले में बैठ कर मैराथन रन के साथ साथ चलते रहे। वही दौसा एसपी चूनाराम जाट मैराथन पूरी होने तक दौड़ते रहे। लेकिन जिला कलेक्टर नरेश कुमार शर्मा अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजवीर सिंह चौधरी, दौसा उपखंड अधिकारी संतोष गोयल, नांगल राजावतान उपखंड अधिकारी गोवर्धन लाल शर्मा, महेश आचार्य जिला परिवहन अधिकारी नगर परिषद के आयुक्त
दिलीप कुमार शर्मा सहित जिले के अधिकारी यहां पहुंचे तो सही लेकिन अधिकतर दौड़ से से पहले नदारद हो गए या फिर अपनी गाडि़यों में बैठकर चलते रहे जबकि जबकि पूर्व में ही आदेश दिए थे कि जिले के सभी अधिकारी कर्मचारियों को इस दौड़ में भाग लेना अत्यंत आवश्यक हैं। सभी अधिकारी जिला कलेक्ट्रेट पहुंचने के लिए कहा गया था लेकिन अधिकतर अधिकारी नेहरू गार्डन से रतनपुर को हरी झंडी दिखाने के बाद नदारद हो गए तो कुछ ने अपने वाहनों से जिला कलेक्ट्रेट पहुंचकर इति श्री कर ली। वही अन्तरराष्ट्रीय धावक गोपाल सैनी लगातार दौड़ते रहे
बन गया भय का माहौल
मैराथन के दौरान मंच से बार-बार उद्घोष होता रहा है कि कोई भी टी-शर्ट लेकर अगर घर पहुंच गया और दौड़ा नहीं तो उसको पुलिस पकड़ लेगी जिसके चलते नन्हे मुन्ने बालक जो दौडऩे के लिए मैराथन में आए थे वह यह अनाउसमेंट सुनकर कार्यक्रम स्थल से बिना भाग लिए डऱ के मारे वापस अपने घर को लौट गए