निगम ने दिसंबर में हैरिटेज और ग्रेटर दोनों जगहों पर नवीनीकरण के शिविर लगाए थे। खास बात यह है कि सरकार ने पेनल्टी में भी छूट दी थी, इसके बाद भी शहर के ज्यादातर मैरिज गार्डन ने नवीनीकरण नहीं कराया। अब छूट खत्म हो चुकी है, ऐसे में निगम विवाह स्थलों के खिलाफ सीलिंग की कार्रवाई करेगा। वित्तीय वर्ष भी खत्म होने वाला है। कोविड की वजह से निगम इस बार राजस्व वसूली में पिछड़ रहा है।
हालत यह है कि अगर चुंगी पेटे नगर निगम को सरकार से पैसा नहीं मिले तो निगम अपने कर्मचारियों और अधिकारियों को तनख्वाह भी नहीं दे पाएगा। उधर निगम हुडको से भी 500 करोड़ रुपए का लोन लेने की तैयारी कर रहा है। इस लोन से नगर निगम अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने का प्लान बना रहा है। ठेकेदारों की बकाया राशि चुकाने के साथ ही शहर क विकास कार्यों पर यह पैसा खर्च किय जाएगा। हालांकि अभी तक नगर निगम इस लोन को चुकाने की प्लानिंग नहीं कर पाया है। इस लोन के मद में निगम को दो साल के मोरेटोरियन पीरियड के बाद हर महीने 4 करोड़ 80 लाख रुपए चुकाने होंगे।