जिला निर्वाचन विभाग ने परिवहन विभाग को निजी बस, कार, बोलेरो, जीप आदि को अधिगृहित करने के निर्देश दे रखे हैं। इन वाहनों को 3 मई को शाम को रिपोर्ट करनी है और 6 मई को मतदान के बाद भी देर रात तक ही फ्री हो पाएंगे। इसको देखते हुए आरटीओ ने 2270 निजी बसों, 1020 टैक्सी गाडिय़ों को भी अधिगृहित किया है। इनमें 5 से 7 सीट क्षमता की 1020 टैक्सी गाड़ी, 73 ट्रक, 2270 बसों और मिनी बस शामिल है। ऐसे में बारातों को ले जाने को बसों के लिए परेशान होना पडेग़ा। वहीं, दूल्हा-दुल्हन के लिए कारें व दूसरी गाडिय़ां भी मिलना मुश्किल होगी।
प्रदेश में दो चरणों में (29 अप्रेल व 6 मई) को मतदान होने हैं। वहीं अप्रेल व मई माह में सावों की भी भरमार है। अप्रेल में 22, 27 व 28 को शादियों के सावे हैं। इसी तरह मई में 6, 7, 12, 13, 16, 17, 18, 19, 28, 29, 30, 31 को भी शादियां हैं।
– 2270 बसों और मिनी बसों का अधिग्रहण किया जा रहा
– 7 सीट क्षमता की 1020 टैक्सी गाडिय़ों का अधिग्रहण- 73 ट्रकों का अधिग्रहण किया, ये ईवीएम लाने-ले जाने के काम आएंगे
– 50 बस टोंक में चुनाव के लिए जयपुर से भेजी जाएंगी
– जिला प्रशासन के निर्देश- वाहन के शीशे टूटे-फूटे न हों, फिटनेस प्रमाण पत्र हो
– बसों में बैठने के लिए पर्याप्त मात्रा में सीट उपलब्ध हों
– प्रपत्र 12 में चालक-परिचालकों की सूचना भी लेनी होगी
– जिससे डाक मत पत्र के जरिए मतदान करेंगे चालक-परिचालक
– इनके मतपत्र भी होंगे मतों की गिनती में शामिल
लोकसभा चुनाव में मतदान दलों को लाने-ले जाने के लिए बड़ी संख्या में बसों सहित अन्य वाहनों की जरूरत होती है। जयपुर जिला निर्वाचन अधिकारी ने जयपुर आरटीओ को जयपुर शहर, जयपुर ग्रामीण और टोंक-सवाईमाधोपुर सीट के लिए वाहन अधिग्रहण करने की जिम्मेदारी सौंपी है। पहले चरण में ऑब्जवर्स और अन्य अफसरों के दौरों के लिए 500 से ज्यादा टैक्सी गाडिय़ों का अधिग्रहण पिछले माह ही कर लिया गया था, क्योंकि ऑब्जवर्स के दौरे चुनाव से काफी पहले ही शुरू हो जाते हैं और उन्हें आचार संहिता के उल्लंघन सम्बंधी मामलों की मॉनिटरिंग भी करनी होती है।
– जिन वाहनों को चुनाव डï्यूटी के लिए लगाया जा रहा है, उन्हें फॉर्म दिया जा रहा है। वे किसी भी शादी के लिए बुकिंग नहीं ले सकते। जिनकी गाड़ी ड्यूटी चुनाव में नहीं आई है, वे वाहन शादियों में जा सकते हैं।
राजेन्द्र वर्मा, आरटीओ जयपुर