ऑक्सीजन आइसोटोप हैं अहम
नासा के वैज्ञानिक ऑक्सीजन आइसोटोप्स का अध्ययन कर मंगल ग्रह पर जीवन की संभावना तलाश रहे हैं। नासा की ओर से मंगल पर ऑक्सीजन आइसोटोप के अध्ययन के लिए ट्रेसर का इस्तेमाल किया जा रहा है।
नासा के वैज्ञानिक ऑक्सीजन आइसोटोप्स का अध्ययन कर मंगल ग्रह पर जीवन की संभावना तलाश रहे हैं। नासा की ओर से मंगल पर ऑक्सीजन आइसोटोप के अध्ययन के लिए ट्रेसर का इस्तेमाल किया जा रहा है।
मंगल आज शुष्क व अति शीत है
मंगल ग्रह आज शुष्क और अति शीत ग्रह है। सूखी नदियों के बहाव क्षेत्रों और खनिजों की उपलब्धता से पता चलता है कि यहां कभी द्रव के रूप में पानी रहा होगा। घने वायुमंडल के कारण यहां पर पानी की उपलब्धता थी।
मंगल ग्रह आज शुष्क और अति शीत ग्रह है। सूखी नदियों के बहाव क्षेत्रों और खनिजों की उपलब्धता से पता चलता है कि यहां कभी द्रव के रूप में पानी रहा होगा। घने वायुमंडल के कारण यहां पर पानी की उपलब्धता थी।
नासा के मिशन सहायक रहे
मंगल ग्रह के लिए नासा के पूर्ववर्ती मेवन, क्योरोसिटी और वाइकिंग मिशन के आंकड़ों के अनुसार मंगल ग्रह पर लगभग एक अरब वर्ष पूर्व जीवन के लिए अनुकूल परिस्थितियां मौजूद रही थीं।
मंगल ग्रह के लिए नासा के पूर्ववर्ती मेवन, क्योरोसिटी और वाइकिंग मिशन के आंकड़ों के अनुसार मंगल ग्रह पर लगभग एक अरब वर्ष पूर्व जीवन के लिए अनुकूल परिस्थितियां मौजूद रही थीं।