ज्योतिषाचार्य पं. सुरेश शास्त्री ने बताया कि मंगल राहू की युति से अंगारक योग बन रहा है। यह आंधी—तूफान, तेज बारिश, ओलावृष्टि के योग बना रहा है। इस योग से राजनीति उठापटक के भी संकेत मिल रहे है। मंगल और राहू एक साथ 18 साल बाद आ रहे है। मंगल व राहू की युति को शनिदेव भी देख रहे है, ऐसे में 45 दिन आक्रामक व हानिकारण होंगे। बाजार में तेजी रहेगी।
मेष राशि में पहले से विराजमान है राहू
ज्योतिषाचार्य डॉ. रवि शर्मा ने बताया कि मंगल ग्रह मीन राशि को छोड़कर मेष में प्रवेश करेंगे, जो 10 अगस्त तक रहेंगे। मेष राशि में 12 अप्रेल से राहु विराजमान है। ऐसे में 45 दिन मेष राशि में मंगल और राहू की युति रहेगी। राहु के साथ मंगल की युति को अंगारक योग कहा जाता है। यह योग 10 अगस्त को रात 9 बजकर 8 मिनट तक रहेगा। इसके बाद मंगल ग्रह वृषभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे।
किस राशि पर क्या पड़ेगा प्रभाव
ज्योतिषाचार्य डॉ. रवि शर्मा ने बताया कि मेष राशि में मंगल के साथ राहु होने से मेष राशि पर अंगारक योग का असर होगा और कर्क, तुला और वृश्चिक राशि पर भी इसका असर अशुभ रहेगा, जिन जातकों की जन्मकुंडली में राहु मंगल की युति से अंगारक योग बन रहा है, उनको सावधान रहने की अति आवश्यक है। धनु और सिंह राशि वालों के लिए भी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है, अन्य राशियों के जातकों के लिए मंगल का यह राशि परिवर्तन सामान्य रहेगा।
अशुभ प्रभाव से बचने के उपाय
ज्योतिषाचार्य पंडित निलेश शास्त्री ने बताया कि किसी भी ग्रह के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए सदैव परोपकारी कार्य करते रहना चाहिए, अपनी आय का दशम भाग का दान धर्म करने से ग्रहों की शुभता आती है। मंगल ग्रह के लिए मसूर की दाल दान करें, तांबे की वस्तु, लाल वस्त्र, मूंगा रत्न दान कर सकते है। रोजाना हनुमानजी के दर्शन करें।