जीवन का पता लगाने के लिए मंगल से लाई जाएगी मिट्टी!
जयपुरPublished: Nov 26, 2019 01:42:06 am
नासा मार्स 2020 रोवर : मिशन के लिए रूपरेखा तैयार, 2021 की शुरुआत में मंगल की सतह पर उतरेगा
जीवन का पता लगाने के लिए मंगल से लाई जाएगी मिट्टी!
वाशिंगटन. इंजीनियरों ने मंगल ग्रह पर चट्टानों को एकत्र कर पृथ्वी पर उसके नमूने लाने की योजना बनाई, जिसकी परिकल्पना सबसे जटिल रोबोट अंतरिक्ष परियोजनाओं में से एक है। इस मिशन को नाम दिया गया है-नासा मार्स 2020 रोवर। इस योजना को नासा और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) मिलकर विकसित कर रहे हैं।
असल में, इस योजना में एक ऐसे रोबोट रोवर्स को शामिल किया जा रहा है, जो पिछली जिंदगी के सबूत जुटाएगा। हाल ही नासा ने इस तरह के मिशन के लिए रूपरेखा तैयार की है, जिसमें अरबों पाउंड खर्च होंगे। पिछले हफ्ते ईएसए के महानिदेशक जेन वॉर्नर ने कहा, मंगल से नमूना लाना हमारे भविष्य के अन्वेषण कार्यक्रम का एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा है और मुझे बहुत उम्मीद है कि यूरोप के विज्ञान मंत्री इसे वापस करेंगे। हालांकि, हमें स्पष्ट होना चाहिए कि मिशन का हर कदम बहुत चुनौतीपूर्ण होगा। मार्स 2020 रोवर को विकसित करने की तैयारी जोरों पर है, जो 2021 की शुरुआत में मंगल पर उतरने के लिए निर्धारित है।
सालों पहले पृथ्वी जैसी थी स्थिति
वैज्ञानिक मानते हैं कि अरबों साल पहले मंगल ग्रह की स्थिति पृथ्वी पर मौजूद लोगों के समान थी। मसलन, सतह पर घना वातावरण और बहता पानी। अब इसका अधिकांश वातावरण खत्म हो गया है और शोधकर्ता यह जानना चाहते हैं कि क्या वाकई पहले जीवन था।
जीवन के प्रमाण के लिए यह करना सही
लं दन के वेस्टमिंस्टर विश्वविद्यालय के एक खगोल विज्ञानी प्रो लुइस डार्टनेल कहते हैं, मिशन में अविश्वसनीय रूप से जटिल उपक्रम शामिल हैं, जो बाधा बन सकता है। फिर भी हम मंगल पर जीवन के प्रमाण पाना चाहते हैं, तो हमें यही करना होगा। यह प्रयास के लायक होगा।
ऐसे काम करेगा रोवर
रोवर मिट्टी के नमूनों को एकत्र कर ट्यूबों में डाल सील कर चिह्नित स्थलों पर छोड़ेगा। इसके बाद नमूनों को गेंद जैसे कनस्तर में लोड करेगा। इसे अर्थ-रिटर्न ऑर्बिटर नामक रोबोट कनस्तर को लेकर पृथ्वी की ओर आएगा व यूटा रेगिस्तान में पैराशूट से गिराएगा।