भरतपुर के पीराका गांव के मूल निवासी दाताराम पिछले आठ साल से जयपुर के निवारू स्थित शिवम विहार चतुर्थ में पत्नी-बच्चों के साथ रह रहे थे। गत 28 जनवरी को ही छुट्टियां पूरी होने पर वह ड्यूटी पर लौटे थे। उनके साथी विरेन्द्र सिंह शेखावत के माध्यम से परिजनों को सूचना मिली तो घर में कोहराम मच गया। पत्नी-बच्चे बेसुध हो गए।
सूचना पाकर बड़ी संख्या में आसपास के लोग व रिश्तेदार उनके निवास पर जुट गए। दाताराम के साथी विरेन्द्र सिंह व ओमप्रताप सिंह ने बताया कि शनिवार को पार्थिव देह श्रीनगर से हवाईजहाज से दिल्ली के लिए रवाना की गई। वहां से सड़क मार्ग से निवारू पहुंची।
24 साल की नौकरी, 17 साल जम्मू में सेवा
दाताराम के साथी ओमप्रताप सिंह राजावत ने बताया कि दाताराम ने अपनी नौकरी के २४ साल में १७ साल तो जम्मू-कश्मीर में सेवाएं दी। एक बार विदेश में भी सैन्य सेवा का मौका मिला।
हर किसी की आंखों में आंसू
दाताराम की पत्नी पिंकीदेवी, बड़ी बेटी ज्योति, छोटी बेटी सिमरन व इकलौता पुत्र शिवा फौजदार की हालत देख हर किसी की रुलाई फूट पड़ी। दाताराम के भाई गुलाब सिंह ने बताया कि परिवार गांव मेंं रहता है। सबसे बड़े भाई सूबेदार मोरध्वज भी सेना में सेवाएं दे चुके हैं। सेवानिवृत्त साथी बिशन सिंह ने बताया कि दाताराम की अंतिम यात्रा शिवम विहार निवास से रवाना होकर बाइपास निवारू रोड, बस स्टैंड होते हुए मोक्षधाम पहुंचेगी।