जौहरी बाजार स्थित जामा मस्जिद के इमाम और खतीब मुफ्ती सय्यद अमजद अली ने कहा कि इस माह की दो खास इबादतें हैं। एक रोजा और दूसरी तरावीह , यह दोनों इबादतें कयामत में अल्लाह के दरबार में सिफारिश करेगी और मगफिरत करेगी। समाजबंधु यह नहीं सोचे की उन्हें रमजान में मस्जिद नहीं जा पा रहे। घर पर रहकर ही इबादत करें साथ ही कोरोना से मुक्ति की कामना करें। पहली बार ऐसा मौका आया है कि इबादत के लिए घर मस्जिद बना हुआ है यह एक अच्छी बात है। संसारचंद्र रोड स्थित दरगाह मीर कुरबान अली साहब के सज्जादानशीन डॉ. सैय्यद हबीब उर रहमान नियाजी ने शहर सहित देशभर की खुशहाली की दुआ मांगी। उन्होंने कहा कि लोग घरों पर ही इबादत करें और सब्र रखें। बिना आवश्यक कार्य के घर से बाहर नहीं निकले।