दरअसल शुक्रवार को पार्ट्स गोदाम में आग लगने के बाद स्थानीय लोगों की मानें तो पहले इन दुकानों पर काम करने वाले लोगों ने खुद ही आग बुझाने का प्रयास किया। इस वजह से आग विकराल रूप लेती चली गई। वहीं रावत ऑटो पार्ट्स के अलावा आस-पास की दुकानों में भी आग फैल गई। फिर घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंची फायर बिग्रेड की गाड़ियों को आग पर काबू पाने के लिए दो घंटे तक मशक्कत करनी पड़ी। जिसके बाद आग पर काबू पाया गया।
बता दें कि मौके पर पहुंची पुलिस और दमकल की 12 गाड़ियों ने फेरे लगाकर आग बुझाया। फायर अधिकारी जलज घसिया ने बताया कि जयपुर शहर के सभी फायर स्टेशनों से दमकल की करीब आधा दर्जन गाड़ियां बुलाई गई। जिसके बाद आग पर काबू पाया गया।
बेल्डिंग की चिंगारी से हुआ हादसा- स्थानीय दुकानदारों के मुताबिक, जिस शॉप में आग लगी, वहां पर बेल्डिंग का काम चल रहा था। पास पड़े फोम में चिंगारी चली गई। जिससे आग लग गई। तो वहीं स्थानीय लोगों ने बताया कि पहली बार में फायर स्टेशन का फोन ही नहीं लगा। इसके बाद लोग दौड़कर जालूपुरा थाने पहुंचे। इसके बाद तुरंत फायर ब्रिगेड की टीम घटना स्थल पर पहुंच। जबकि इस दौरान अनहोनी को देखते हुए पूरे इलाके की बिजली काटी दी गई।
लाखों का हुआ नुकसान- ऑटोपार्ट्स के गोदाम में आग लगने से जहां हजारों का सामान जलकर राख हो गया। तो आसपास के कई दुकानों में भी आगजनी से काफी नुकसान हो गया। जानकारी के मुताबिक, इस घटना में लाखों रुपए के समानों का नुकसान हो गया। दुर्गा मोटर्स, नेहा मोटर्स और इमरान पेंटर्स सहित पांच दुकानों को इसके कारण क्षति हुई। फिलहाल जालूपुरा थाना पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।