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टेक्नोलॉजी में मास्टर है 16 साल का यह एंटरप्रेन्योर

locationजयपुरPublished: Jul 06, 2018 12:39:19 am

Submitted by:

Aryan Sharma

जयपुर के 10वीं क्लास के स्टूडेंट आर्यन सिंह ने डिजाइन किए 20 से ज्यादा टेक प्रोजेक्ट, 12 साल की उम्र में शुरू कर दी थी प्रोग्रामिंग, 13 की उम्र में पहला प्रोजेक्ट

Jaipur

टेक्नोलॉजी में मास्टर है 16 साल का यह एंटरप्रेन्योर

जयपुर. टेक्नोलॉजी न सिर्फ आपकी इमेजिनेशन को बदल रही है, बल्कि आम आदमी के फ्यूचर को आसान बनाने और मुश्किल समय में उसे मदद करने का भी काम कर रही है। टेक्नोलॉजी का यह करिश्माई प्रभाव युवाओं को काफी आकर्षित कर रहा है। यही वजह है कि टीनेजर भी इस फील्ड में बेहतरीन इनोवेशन सामने ला रहे हैं। जयपुर के 16 साल के एंटरप्रेन्योर आर्यन सिंह उनमें से हैं। आर्यन अब तक 20 से ज्यादा टेक्नोलॉजी प्रोजेक्ट्स पर काम कर चुके हैं। उन्होंने टेनसाएक्स और ईजीटेक की स्थापना की है। जिस उम्र में लोग नौकरी खोज रहे होते हैं, उससे कहीं कम उम्र में यह किशोर दूसरे युवाओं को नौकरी दे रहा है। न केवल दूसरों को रोजगार बल्कि टेक्नोलॉजी को लेकर शुरू किए गए नॉन प्रॉफिट प्रोजेक्ट को ये 10 देशों में चला रहे हैं।
डिजिटल नॉलेज दे रहे हैं
बकौल आर्यन, बचपन से ही टेक्नोलॉजी मुझे फेसिनेटिंग लगती थी। चीजों को खोलना और उनके फंक्शन देखना अच्छा लगता था। लिहाजा 12 साल की उम्र में मैंने प्रोग्रामिंग शुरू कर दी। 13 साल की उम्र में तीन हजार रुपए में ‘कम्प्यूटबॉक्स’ बना दिया। यह एक एेसा कम्प्यूटर है, जिसे अनपढ़ भी आसानी से सीख सकता है। इसमें मैंने खुद का ऑपरेटिंग सिस्टम डाला है। साथ ही ईजी और बहुत कम टेक्स्ट इन्क्लूड किए हैं। इससे इस कम्प्यूटर की भाषा आसान हो जाती है। वहीं कम्यूनिटी सर्विस के लिए ईजीटेक को दुनिया के 10 देशों में 57 वॉलेंटियर्स के जरिए पहुंचाया जा चुका है। इसमें लोगों को डिजिटल नॉलेज प्रोवाइड की जाती है।
‘रियल लाइफ सर्च इंजन’
आर्यन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को इंटीग्रेट कर ‘रियल लाइफ सर्च इंजन’ पर काम रहे हैं। आर्यन का कहना है कि यह टेक्नोलॉजी फ्यूचर बदल देगी। इस सर्च इंजन के जरिए सभी तरह के ऑब्जेक्ट्स का क्लासिफिकेशन और आम आदमी के एक्सप्रेशंस को ऑब्जर्व किया जा सकेगा। इसका फायदा क्राइम को रोकने के साथ ही कई महत्वपूर्ण कामों में होगा। इसके लिए कम्प्यूटर चिप बनाने पर भी काम किया जा रहा है। आर्यन ने आर्मी के लिए भी डायनैमिक कैमोफ्लाज भी तैयार किया है। इससे लाइव लैंडस्केप के बेसिस पर उसी रंग के कैमोफ्लाज तैयार किए जा सकेंगे। इससे सैनिकों को काफी फायदा होगा।
एमआइटी की तैयारी
आर्यन अभी तक तीन पेटेंट फाइल कर चुके हैं। 20 से ज्यादा फिनिश प्रोजेक्ट्स बना चुके हैं। तीन कंपनियों के साथ उनका अनुबंध हो चुका है। उन्होंने हाल ही एमआइटी, कैम्ब्रिज के लिए पोर्टफोलियो और इंटरव्यू दिया था। इसके बाद उन्हें एक महीने के टेक्नोलॉजी कोर्स के लिए सलेक्ट कर लिया है।
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