ज्योतिषाचार्य पंडित सोमेश परसाई बताते हैं कि मौना पंचमी का व्रत शिव पूजा के लिहाज से बेहद खास माना जाता है। सावन मास में आने वाले प्रमुख व्रत में मौना पंचमी को भी रखा जाता है। खासतौर पर सुहागन महिलाएं इस व्रत को करती हैं पर यह व्रत पूरी श्रद्धा से करने पर सभी को फलदायक होता है। इस बार मौना पंचमी 10 जुलाई को है। सनातन धर्म में विवाहित महिलाओं के लिए यह दिन विशेष महत्वपूर्ण होता है। मान्यता है कि मौना पंचमी के दिन विधि विधान से व्रत करते हुए पूजा करने से घर पर आने वाली बाधाएं दूर हो जाती हैं।
मौना पंचमी के दिन मौन रहा जाता है। सनातन धर्म में मौन को बहुत महत्व दिया जाता है। इसे साधक के लिए अनिवार्य माना जाता है। ज्योतिषाचार्य पंडित नरेंद्र नागर के अनुसार मौना पंचमी के दिन शिव के दक्षिणामूर्ति स्वरूप की पूजा का काफी महत्व है। इस रूप में शिव की पूजा को धनसंपत्तिदायक माना गया है। मौना पंचमी पर शिव पूजा करें और मौन व्रत रखें। पूजा करते समय ओम नम: शिवाय मंत्र का मानसिक जाप करें, अधिक से अधिक जाप करें। इससे धनसंपत्ति प्राप्त होती है.