पेंटिंग्स में वन्यजीवों के प्रति प्रेम के साथ नारीवाद का चित्रण
जयपुरPublished: Mar 18, 2023 08:17:49 pm
एक तरफ कैनवास पर पेन और इंक के माध्यम से तैयार डूडल आर्टवर्क जो जानवरों के प्रति प्रेम को दर्शाता है,तो वहीं दूसरी ओर कुछ पेंटिंग्स में वुमेन सीरीज और नारीवाद का सुंदर चित्रण देखने को मिला।


पेंटिंग्स में वन्यजीवों के प्रति प्रेम के साथ नारीवाद का चित्रण
जयपुर। एक तरफ कैनवास पर पेन और इंक के माध्यम से तैयार डूडल आर्टवर्क जो जानवरों के प्रति प्रेम को दर्शाता है,तो वहीं दूसरी ओर कुछ पेंटिंग्स में वुमेन सीरीज और नारीवाद का सुंदर चित्रण देखने को मिला। मौका था मेयो कॉलेज एलुमनाई आर्टिस्ट्स ( Mayo College Alumni Artists) की ओर से सिटी के एक पांच सितारा होटल में चल रही आर्ट एग्जिबिशन (art exhibition ) का, जिसके प्रति जयपुर के कला प्रेमियों का उत्साह देखने को मिल रहा है। एग्जिबिशन के आयोजक मेयो के पूर्व छात्र दुष्यंत सिंह नायला और हेमेन्द्र सिंह वेदसा ने बताया कि कई कलाकारों की पेंटिग्स की बिक्री भी हुई है। यहां 24 आर्टिस्ट्स की वॉटर कलर, पेन एंड इंक, एक्रेलिक ऑन कैनवास, एम्ब्रोइडरी ऑन कैनवास, चारकोल, मिक्सड मीडिया, ऑयल सहित विभिन्न शैलियों में 125 पेंटिंग्स को प्रदर्शित किया जा रहा है। एग्जिबिशन का आयोजन मेयो कॉलेज के पूर्व अध्यापक स्वर्गीय रमेश माथुर की स्मृति में किया गया है।
वेदसा ने बताया कि इस एग्जिबिशन में खास यह है कि इसमें पिता-पुत्र की जोड़ी की कला का प्रदर्शन एक ही मंच पर हो रहा है। उनके पुत्र करणी सिंह वेदसा ने भी अपना आर्टवर्क यहां शोकेस किया है। वहीं दुष्यंत सिंह नायला और उनके पुत्र त्रिविक्रम सिंह नायला की पेंटिंग्स भी एग्जिबिशन में प्रदर्शित हो रही हैं। इसी प्रकार स्वर्गीय रमेश माथुर और उनकी पुत्री राखी शर्मा माथुर की पेंटिंग्स भी इसका हिस्सा हैं। एग्जिबिशन में सबसे वरिष्ठ कलाकार 1961 बैच के स्वर्गीय रमेश माथुर हैं और सबसे युवा कलाकार 2022 बैच के मालदेव सिंह हैं।
पेंटिंग्स में प्रकृति और वन्यजीव प्रेम
एग्जिबिशन में कलाकार नताशा बिश्नोई की पेंटिंग्स प्रकृति और वन्य जीवन से प्रेरित है। डूडल आर्टिस्ट हर्षि अग्रवाल का पेन और इंक के माध्यम से तैयार डूडल आर्टवर्क जानवरों के प्रति प्रेम को दर्शाता है, तो वहीं कलाकार हेमेंद्र सिंह वेदसा की डूंगरपुर/मेवाड़ शैली में चारकोल और ग्रेफाइट के माध्यम से बनाई गई मिनिएचर पेंटिंग्स अपने किचन गार्डन से प्रेरित होकर प्रकृति के विवरणों को दर्शा रही है। कलाकार रोहिणी सिंह और विधिता सिंह की ऑटोमोटिव विषय पर आधारित पेंटिंग्स भी यहां डिस्प्ले की गई हैं।
नारीवाद का सुंदर चित्रण कैनवास पर
इसी प्रकार कलाकार उज्जवला भादू की पेंटिंग्स में वुमेन सीरीज और नारीवाद का सुंदर चित्रण है। कात्यायनी सिंह वाघेला द्वारा कैनवास पर एम्ब्रोएडरी और क्रोशिया ऑन पेपर के माध्यम से बनाई भगवान कृष्ण सहित कई प्रकार की पेंटिंग्स प्रदर्शित की जा रही हैं। वहीं कलाकार योगेश अदकाइन की पेंटिंग्स अनटोल्ड स्टोरी विषय पर आधारित हैं। एग्जिबिशन में कई तरह की विचारोत्तेजक कलाकृतियां कला प्रेमियों को सुखद अहसास कराती हैं। इन पेंटिंग्स में कलाकारों की अनूठी शैली, तकनीक और प्रेरणा का अद्भुत प्रदर्शन है। यहां अपनी कला का प्रदर्शन करने वाले कलाकारों में केशव हजरा, ममता माथुर, हर्षिता कुमारी, दुष्यंत सिंह नायला, विजय सिंह चौहान, छवि जैन, राखी शर्मा सहित अन्य कलाकार शामिल हैं।