धाभाई ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भाजपा पार्षदों में कोई नाराजगी नहीं है। जिनके कोई पर्सनल और व्यक्तिगत इंटरेस्ट हैं, वो लोग इस तरह के आरोप लगा रहे हैं। मैं सभी के सामने हूं, मेरा काम भी छुपा हुआ नहीं है। धाभाई ने कहा कि जयपुर ग्रेटर में बेहतर काम हो रहे हैं। पार्षदों की सीईओ से नाराजगी हो सकती है। डेढ़ सौ पार्षद मेरे परिवार के सदस्य हैं। मैं सिर्फ बीजेपी और कांग्रेस की मेयर नहीं हूं। मैं जनता की सेवा करना चाहती हूं, जनता का काम होना चाहिए। आपको बता दें कि ग्रेटर नगर निगम के करीब 50 पार्षदों ने महापौर के खिलाफ मोर्चा खोल लिया है। इन सभी पार्षदों ने मंगलवार को भाजपा के संगठन महामंत्री चंद्रशेखर से मुलाकात कर महापौर की कार्यशैली पर सवाल उठाए थे। सभी ने वार्डों में विकास कार्य नहीं होने के संबंध में शिकायत की थी। जिसके बाद बुधवार को महापौर ने चंद्रशेखर से मुलाकात कर अपना पक्ष रखा है।
भाजपा पूरी तरह से एकजुट जयपुर ग्रेटर निगम विवाद मामले मेंपूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि यह विषय मेरी जानकारी में नहीं है। प्रदेशाध्यक्ष के जन्मदिन के कार्यक्रम की सूचना मुझे मिली थी। मैं उसी विषय को अधिकृत मानता हूं। भाजपा के कुछ पार्षदों में संगठन महामंत्री से मुलाकात की है। भाजपा पूरी तरह से एकजुट है और सरकार के कुशासन के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई लड़ रही है।