शुक्रवार को महापौर लाटा ने नगर निगम कार्यालय में बातचीत करते हुए पूर्व महापौर पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने यहां तक कहा कि यदि लाहोटी को उन दो गाडिय़ों से विशेष प्रेम है तो उनकी खरीद में खर्च किए गए 46 लाख रुपए निगम कोष में जमा करा दें और इन गाडिय़ों को घर ले जाएं। आधुनिक सुविधाओं से युक्त इन गाडिय़ों में सफर करें। उन्होंने कहा कि गाडिय़ों की खरीद गलत तरीके से हुई है। बिना किसी स्वीकृति के खरीदी गई हैं। सरकार से अनुमति लेनी थी। इसके लिए हमने पत्र लिखा है।
लाहोटी को एक्ट की जानकारी नहीं अशोक लाहोटी ने विष्णु लाटा पर आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी से शिकायत कर दी। इस शिकायत पत्र पर विष्णु लाटा ने कहा कि लाहोटी को एक्ट की जानकारी नहीं है। मैंने कभी भी आचार संहिता का उल्लंघन नहीं किया।
उन्होंने यहां तक कहा कि लाहोटी भले पीएचडी हैं, लेकिन वे एक्ट को समझें। इतना ही नहीं, आगामी निकाय चुनाव आने के लिए उन्होंने लाहोटी से सामने आने के लिए भी कह दिया। गौरतलब है कि दो दिन पहले विधायक लाहौटी ने जिला निर्वायन अधिकारी को पत्र लिखकर लाटा पर आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप लगाए थे। इस पत्र में नगर निगम में फाइल ट्रेकिंग सिस्टम को बंद करने तथा बैक डेट में फाइलों का काम करना, निजी और राजनीतिक फायदों के लिए निगम प्रशासन का उपयोग करना जैसे गंभीर आरोप लगाए थे।