टक्कर इतनी तेज थी कि बाइक का फ्यूल लीक हो गया और तुरंत आग लग गई। बाइक चला रहा छात्र आग की चपेट में आने से गंभीर रूप से झुलस गया। राहगीरों ने घायल छात्रों को अस्पताल पहुंचाया, जहां सोमवार सुबह करीब आठ बजे छात्र विजय चौधरी (22) की मौत हो गई।
पुलिस ने बताया कि चौमूं के साहिबरामपुरा निवासी विजय चौधरी (22) और भरतपुर में रोजविला निवासी मृगांक राणा (21) एसएमएस मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस कर रहे हैं। दोनों ही रात को बाइक से जेडीए चौराहे की तरफ से आ रहे थे। इसी दौरान तख्तेशाही रोड की तरफ से आ रही कार से उनकी टक्कर हो गई। बाइक को विजय चला रहा था। छात्रों के पास हेलमेट नहीं थे, जिस कारण उसके सिर पर भी गंभीर चोट लगी।
पढ़ाई में अव्वल था विजय
मृतक छात्र विजय के पिता बाबूलाल चौधरी व मां हंसा गांव में खेती व दूध बेचकर उसकी पढ़ाई करा रहे थे। बाबूलाल ने बताया कि विजय की एंट्रेस एग्जाम में ओबीसी कोटे में ऑल इंडिया 662वीं रैंक आई थी। ऋषिकेश स्थित एम्स उसे अलॉट हुआ था, लेकिन जयपुर नजदीक होने के कारण एसएमएस मेडिकल कॉलेज में एडमिशन कराया।
मृतक छात्र विजय के पिता बाबूलाल चौधरी व मां हंसा गांव में खेती व दूध बेचकर उसकी पढ़ाई करा रहे थे। बाबूलाल ने बताया कि विजय की एंट्रेस एग्जाम में ओबीसी कोटे में ऑल इंडिया 662वीं रैंक आई थी। ऋषिकेश स्थित एम्स उसे अलॉट हुआ था, लेकिन जयपुर नजदीक होने के कारण एसएमएस मेडिकल कॉलेज में एडमिशन कराया।
सिर पर कर्जा, टूट गया परिवार
विजय के रिश्तेदार भगवान जाट ने बताया कि उनके घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। विजय ने चार साल तक सीकर में तैयारी की थी। उसकी पढ़ाई के लिए लगभग 13 लाख रुपए का कर्ज भी ले रखा है। उसके डॉक्टर बनते देखना परिवार की ख्वाहिश थी, लेकिन वह अब सपना ही रह गया।
विजय के रिश्तेदार भगवान जाट ने बताया कि उनके घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। विजय ने चार साल तक सीकर में तैयारी की थी। उसकी पढ़ाई के लिए लगभग 13 लाख रुपए का कर्ज भी ले रखा है। उसके डॉक्टर बनते देखना परिवार की ख्वाहिश थी, लेकिन वह अब सपना ही रह गया।