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डिप्रेशन पर भारी पड़ेगा पावरफुल मेडिटेशन

locationजयपुरPublished: Dec 29, 2018 03:36:19 pm

Submitted by:

Archana Kumawat

डिप्रेशन के पीछे नकारात्मक भाव के अलावा कुछ मेडिकल कारण भी हो सकते हैं

न्यूरोट्रांसमीटर होंगे बूस्ट
कई सारे अध्ययनों से स्पष्ट हुआ है कि डिप्रेशन के दौरान सेरेटीन न्यूरोट्रांसमीटर का स्तर कम हो जाता है, जिससे डिप्रेशन का स्तर बढ़ जाता है। मेडिटेशन कुछ ऐसे न्यूरोकैमिकल्स का निर्माण करता है, जो डिप्रेशन को बढऩे से रोकता है। वैज्ञानिकों के अनुसार मेडिटेशन से हैप्पी ट्रांसमीटर्स का निर्माण होता है, जो नकारात्मक विचारों को दूर कर अच्छे विचार को बढ़ाता है।

डिएक्टिव करेगा
आज हम जिस सोसाइटी में रहते हैं, वहां हर समय तनाव का सामना भी करना पड़ सकता है। ऐसे में यदि यह तनाव हावी हो जाए तो व्यक्ति डिप्रेशन का शिकार हो जाता है। इसलिए मेडिटेशन को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना लें तो यह डिप्रेशन को बढऩे नहीं देगा और उसे डिएक्टिव कर देगा।

साइकोलॉजी चेंज
वैज्ञानिकों के अनुसार मनुष्य के दिमाग में एक दिन में ५० हजार से भी ज्यादा विचार आते हैं। इसमें हजारों विचार नकारात्मक और तनाव बढ़ाने वाले होते हैं। इसलिए हर क्षण आप क्या सोचते हैं इसका दिमाग पर बहुत असर पड़ता है। ऐसे में यदि मेडिटेशन किया जाए तो साइकोलॉजी में बदलाव किया जा सकता है।

डिप्रेसिव विचार
मेडिटेशन हमें यह सिखाता है कि नकारात्मक विचारों से किस तरह से अवेयर हुआ जा सकता है। डिप्रेशन के क्रॉनिक मरीजों को उभरने में भी मेडिटेशन बहुत कारगर होता है। मेडिटेशन के माध्यम से आप अपने थिंकिंग प्रोसेस को कंट्रोल कर सकते हैं। इससे आपकी मेंटल अवेयरनेस बढ़ेगी। आपका विजन स्पष्ट होगा और चीजों पर बेहतर तरीके से फोकस कर पाएंगे।

अधूरेपन के भाव
डिप्रेशन की स्थित तब भी पैदा हो जाती है, जब आपको यह लगने लगता है कि आप स्किल्ड नहीं है। इस तरह के भाव से आपकी एनर्जी भी नष्ट होती है, साथ ही मानसिक थकान भी महसूस होती है। इस स्थिति से उभरने के लिए आवश्यक है कि आप भरपूर नींद लें और ऐसी बातों पर विचार न करें, जो आपका आत्मविश्वास कम करती हों। मेडिटेशन करने से दिमाग तक पर्याप्त ऑक्सीजन पहुंचेगी और आपको अच्छी नींद आएगी।

दिमाग की कमजोरी
यदि मस्तिष्क की साइज और स्ट्रेंथ में कोई कमी है तो यह भी डिप्रेशन का कारण हो सकता है। यूनिवर्सिटी ऑफ वॉशिगंटन के एक अध्ययन से सामने आया कि वे लोग डिप्रेशन का ज्यादा शिकार होते हंै, जिनका दिमाग में हिप्पोकैम्पस का भाग सामान्य मस्तिष्क की तुलना में कम विकसित होता है। ऐसे डिप्रेशन को क्लिनिकल डिप्रेशन की श्रेणी में माना जाता है। ऐसी स्थिति से उभरने के लिए भी लंबे समय तक मेडिटेशन करना जरूरी है।

मेंटल हेल्थ बढ़ाने वाली डाइट
मानसिक रूप से मजबूत बनने के लिए आपको डाइट में नट्स एवं सीड्स का इस्तेमाल ज्यादा मात्रा में करना चाहिए। हेल्थ एक्सपट्र्स के अनुसार यदि मेडिटेशन के साथ ही सही डाइट ली जाए तो डिप्रेशन की स्थिति से जल्दी उभरने से मदद मिलेगी। अपनी डाइट में गहरी हरे रंग की पत्तेदार सब्जियां, अखरोट, बेरीज, मशरूम, प्याज, टमाटर, बींस, सीड्स, एप्पल आदि का भरपूर मात्रा में सेवन करें।

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