पाली जिला कलक्टर ने पिछले दिनों कनिष्ठ सहायक भर्ती परीक्षा 2018 में चयनित अभ्यर्थी सुग्रीव मीणा की नियुक्ति को एक आपत्ति जताते हुए रोक दिया। कार्मिक विभाग को लिखे पत्र में कलक्टर ने इस बात पर आपत्ति जताई कि चयनित अभ्यर्थी सुग्रीव मीणा ने आवेदन फार्म में ‘मीणा’ शब्द काम में लिया है, जबकि उसके जाती प्रमाण पत्र में ‘मीना’ दर्शाया गया है। जिला कलक्टर ने आपत्ति दर्ज करवाने के साथ ही कार्मिक विभाग से मूल आवेदन और जाती प्रमाण पत्र में ‘मीणा’ और ‘मीना’ के सन्दर्भ में मार्गदर्शन मांगा है।
राज्य सभा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने एक अभ्यर्थी के नियुक्ति आदेश को उसके नाम में मीणा-मीना शब्द में समानता नहीं होने का हवाला देते हुए जारी नहीं करने को गंभीर माना है। उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया में गहलोत सरकार को एक अनूठा उदाहरण दिया है।
वहीं, गुर्जर नेता हिम्मत सिंह गुर्जर ने भी मीणा-मीना के एक होने की पैरवी की है। उन्होंने कहा, ‘मैं #मीणा_मीना_एक_है का समर्थन करता हूँ। इसपर आपत्ति किसी जाति या धर्म को नहीं हैं, आपत्ति सिर्फ़ समता आन्दोलन समिति को रही है। मीना-मीणा विवाद असली जड़ समता आन्दोलन समिति रही है। मेरा मीना-मीणा समाज के समाजिक व राजनैतिक कार्यकर्ताओं से निवेदन हैं कि समता आन्दोलन समिति के ख़िलाफ़ मुहिम चलायें।‘