जयपुरPublished: Oct 17, 2023 08:33:29 am
Kirti Verma
शहर में लक्ष्य चैरिटेबल ट्रस्ट एक ऐसी संस्था है, जो शारीरिक एवं मानसिक रूप से दिव्यांग बच्चोँ को शिक्षित करने और उनको समाज में एक अलग पहचान दिलाने में सहायता करती है।
आरिफ खान
जयपुर। शहर में लक्ष्य चैरिटेबल ट्रस्ट एक ऐसी संस्था है, जो शारीरिक एवं मानसिक रूप से दिव्यांग बच्चों को शिक्षित करने और उनको समाज में एक अलग पहचान दिलाने में सहायता करती है। यहां ऑटिज्म, डाउन सिंड्रोम से ग्रस्त करीब 35 बच्चे हैं। पत्रिका प्लस से बातचित में लक्ष्य संस्था की संचालिका मीना राजपूत बताती हैं। मेरी बच्ची 9 साल की थी तब पता चला कि बच्ची सीनियर ऑटिज्म बीमारी से ग्रस्त है। उस समय लगा मानों दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। मीना के मुताबिक स्पेशल बच्चों को समाज में आज भी स्वीकार आसानी से नहीं किया जाता है। अपनी बेटी को पढ़ाने के लिए कई स्कूलों की तलाश की लेकिन कहीं सेटिस्फेक्शन नहीं मिला। ऐसे में आज से तकरीबन 9 साल पहले ऐसे ही बच्चों के लिए घर में खुद लक्ष्य सस्था की शुरुआत की जिसमें आज 35 ऑटिज्म, डाउन सिंड्रोम से ग्रस्त बच्चे पढ़ रहें है। खास बात यह है कि यहां आने वाले बच्चों को नि:शुल्क एडमिशन दिया गया है।