अस्पताल में डॉ. नीलम भारद्धाज की थर्ड यूनिट में महिला का उपचार चल रहा था और उन्हीं की यूनिट में आज ऑपरेशन हुआ। महिला के पहला बच्चा सुबह 8 बजकर 14 मिनट पर हुआ। उसके बाद 8 बजकर 15 मिनट पर दो बच्चे पैदा हुए। चौथा बच्चा 8 बजकर 16 मिनट पर तथा पांचवा बच्चा 8 बजकर 17 मिनट पर हुआ। इनमें से एक बच्चा मृत पैदा हुआ। महिला के उपचार और सर्जरी के लिए डॉक्टरों की टीम ने विशेष इंतजाम कर रखे थे। महिला के होने वाले बच्चों में सबसे कम वजनी बच्चा एक किलो का और सबसे ज्यादा वजनी बच्चा एक किलो 400 ग्राम का है।
डॉक्टरों के अनुसार प्रदेश में 9 बच्चों के एक साथ पैदा होने की हिस्ट्री
दो से ज्यादा बच्चे एक साथ पैदा होने पर बढ़ती हैं समानताएं
प्री मेच्योर बच्चे होने के कारण बढ़ती है बीमारियां
अस्पताल की अधीक्षक ने बताया कि यह महिला लेबर पेन की शिकायत पर यहां अस्पताल में भर्ती हुई थी। जुड़वा बच्चों के कई मामले आते हैं पर यह केस काफी रेयर है। उन्होंने बताया कि अभी महिला व बच्चों की पूरी केयर की जा रही है। बच्चों की लगातार निगरानी भी रखी जा रही है। उपचार नोर्मल ही दिया जा रहा है