-स्वर्ण जडि़त बर्तनों में भोज, चांदी की चाबी से आगरा में प्रवेश
जयपुर. राष्ट्रपति ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया को दिल्ली के राजकीय भोज में स्वर्ण-जडि़त के बर्तनों में भोजन परोसा जाएगा। इन्हें तैयार किया है जयपुर के अरुण पाबूवाल। नाम दिया है ट्रंप कलेक्शन। यही नहीं आगरा में भी मेयर नवीन जैन उन्हें 600 ग्राम चांदी से बनी चाबी सौंपेगे। इसके जरिए प्रतीकात्मक रूप से संदेश दिया जाएगा कि ‘आइए ताला खोलिए और आगरा में प्रवेश कीजिए।
जयपुर. राष्ट्रपति ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया को दिल्ली के राजकीय भोज में स्वर्ण-जडि़त के बर्तनों में भोजन परोसा जाएगा। इन्हें तैयार किया है जयपुर के अरुण पाबूवाल। नाम दिया है ट्रंप कलेक्शन। यही नहीं आगरा में भी मेयर नवीन जैन उन्हें 600 ग्राम चांदी से बनी चाबी सौंपेगे। इसके जरिए प्रतीकात्मक रूप से संदेश दिया जाएगा कि ‘आइए ताला खोलिए और आगरा में प्रवेश कीजिए।
—-सीेएए और एनआरसी पर बात करने की संभावना
धार्मिक स्वतंत्रता का मुद्दा भी उठाएंगे राष्ट्रपति ट्रंप: वाइट हाउस वाशिंगटन. अमरीका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प अगले हफ्ते होने वाले भारत यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष धार्मिक स्वतंत्रता का मुद्दा उठाएंगे। वाइट हाउस ने यह जानकारी देते हुए कहा कि अमरीका, भारत की लोकतांत्रिक परंपराओं और संस्थानों का बहुत सम्मान करता है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कॉन्फ्रेंस हॉल में पत्रकारों से कहा, ‘अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप अपने सार्वजनिक और निश्चित तौर पर निजी, दोनों भाषणों में हमारी साझा लोकतांत्रिक परंपरा और धार्मिक स्वतंत्रता के बारे में बात करेंगे। वे इन मुद्दों को उठाएंगे, खासतौर से धार्मिक स्वतंत्रता का मुद्दा, जो इस प्रशासन के लिए अत्यंत महत्त्वपूर्ण है।Ó अधिकारी से यह पूछा गया था कि क्या सीएए या एनआरसी पर ट्रंप की प्रधानमंत्री से बात करने की योजना है। वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने कहा, ‘हम आपके द्वारा उठाए कुछ मुद्दों को लेकर चिंतित हैं। मुझे लगता है कि राष्ट्रपति, पीएम मोदी के साथ अपनी बैठक में इन मुद्दों को उठाएंगे। दुनिया अपनी लोकतांत्रिक परंपराओं, धार्मिक अल्पसंख्यकों का सम्मान बनाए रखने के लिए भारत की ओर देख रही है।Ó अधिकारी ने कहा, ‘जाहिर तौर पर भारतीय संविधान में धार्मिक स्वतंत्रता, धार्मिक अल्पसंख्यकों का सम्मान और सभी धर्मों से समान व्यवहार की बात है। यह राष्ट्रपति के लिए महत्त्वपूर्ण है और मुझे भरोसा है कि इस पर बात होगी। भारत धार्मिक और भाषायी रूप से समृद्ध तथा सांस्कृतिक विविधता वाला देश है। यहां तक कि वह दुनिया के चार बड़े धर्मों का उद्गमस्थल है।Ó
वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साल चुनाव जीतने के बाद अपने पहले भाषण में इस बारे में बात की थी कि वह भारत के धार्मिक अल्पसंख्यकों को साथ लेकर चलने को प्राथमिकता देंगे। और निश्चित तौर पर दुनिया की निगाहें कानून व्यवस्था के तहत धार्मिक स्वतंत्रता बनाए रखने और सभी के साथ समान व्यवहार करने के लिए भारत पर टिकी है।Ó
अधिकारी ने कहा, ‘हमारी सार्वभौमिक मूल्यों, कानून व्यवस्था को बरकरार रखने की साझा प्रतिबद्धता है। हम भारत की लोकतांत्रिक परंपराओं और संस्थानों का बड़ा सम्मान करते हैं और हम भारत को उन परंपराओं को बरकरार रखने के लिए प्रेरित करते रहेंगे।Ó
धार्मिक स्वतंत्रता का मुद्दा भी उठाएंगे राष्ट्रपति ट्रंप: वाइट हाउस वाशिंगटन. अमरीका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प अगले हफ्ते होने वाले भारत यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष धार्मिक स्वतंत्रता का मुद्दा उठाएंगे। वाइट हाउस ने यह जानकारी देते हुए कहा कि अमरीका, भारत की लोकतांत्रिक परंपराओं और संस्थानों का बहुत सम्मान करता है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कॉन्फ्रेंस हॉल में पत्रकारों से कहा, ‘अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप अपने सार्वजनिक और निश्चित तौर पर निजी, दोनों भाषणों में हमारी साझा लोकतांत्रिक परंपरा और धार्मिक स्वतंत्रता के बारे में बात करेंगे। वे इन मुद्दों को उठाएंगे, खासतौर से धार्मिक स्वतंत्रता का मुद्दा, जो इस प्रशासन के लिए अत्यंत महत्त्वपूर्ण है।Ó अधिकारी से यह पूछा गया था कि क्या सीएए या एनआरसी पर ट्रंप की प्रधानमंत्री से बात करने की योजना है। वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने कहा, ‘हम आपके द्वारा उठाए कुछ मुद्दों को लेकर चिंतित हैं। मुझे लगता है कि राष्ट्रपति, पीएम मोदी के साथ अपनी बैठक में इन मुद्दों को उठाएंगे। दुनिया अपनी लोकतांत्रिक परंपराओं, धार्मिक अल्पसंख्यकों का सम्मान बनाए रखने के लिए भारत की ओर देख रही है।Ó अधिकारी ने कहा, ‘जाहिर तौर पर भारतीय संविधान में धार्मिक स्वतंत्रता, धार्मिक अल्पसंख्यकों का सम्मान और सभी धर्मों से समान व्यवहार की बात है। यह राष्ट्रपति के लिए महत्त्वपूर्ण है और मुझे भरोसा है कि इस पर बात होगी। भारत धार्मिक और भाषायी रूप से समृद्ध तथा सांस्कृतिक विविधता वाला देश है। यहां तक कि वह दुनिया के चार बड़े धर्मों का उद्गमस्थल है।Ó
वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साल चुनाव जीतने के बाद अपने पहले भाषण में इस बारे में बात की थी कि वह भारत के धार्मिक अल्पसंख्यकों को साथ लेकर चलने को प्राथमिकता देंगे। और निश्चित तौर पर दुनिया की निगाहें कानून व्यवस्था के तहत धार्मिक स्वतंत्रता बनाए रखने और सभी के साथ समान व्यवहार करने के लिए भारत पर टिकी है।Ó
अधिकारी ने कहा, ‘हमारी सार्वभौमिक मूल्यों, कानून व्यवस्था को बरकरार रखने की साझा प्रतिबद्धता है। हम भारत की लोकतांत्रिक परंपराओं और संस्थानों का बड़ा सम्मान करते हैं और हम भारत को उन परंपराओं को बरकरार रखने के लिए प्रेरित करते रहेंगे।Ó
भाजपा ने पूछा- क्या कांग्रेस ट्रंप के दौरे से खुश नहीं
पत्रिका ब्यूरो
नई दिल्ïली. भाजपा ने कांग्रेस से पूछा है कि क्या वह ट्रंप के दौरे से खुश नहीं है। पार्टी ने सवाल किया है कि अगर वैश्विक स्तर पर देश का कद बढ़ता है तो क्या उसे अच्छा नहीं लगेगा। भाजपा प्रवक्ता सांबित पात्रा ने कहा है कि देश जब अमेरिका के राष्ट्रपति का स्वागत कर रहा है तो कांग्रेस को सवाल-जवाब करना शोभा नहीं देता है।
दरअसल, प्रियंका गांधी वाड्रा समेत कांग्रेस के कई नेताओं ने राष्ट्रपति ट्रंप के स्वागत में खर्च की जा रही रकम पर सवाल उठाया है। पात्रा ने कहा, ‘जब भी दुनिया में भारत को लेकर कुछ अच्छा होता है तो कांग्रेस दुखी हो जाती है।Ó उन्होंने कहा कि ट्रंप का दौरा भारत और अमेरिका के रिश्तों के बीच का ऐतिहासिक पल होगा लेकिन कांग्रेस अपनी चिंता कर रही है। उसे देश की उपलब्धियों पर गर्व करना सीखना चाहिए। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि आज जो अमेरिका के साथ व्यापार और रक्षा समझौते देख रहे हैं, उन्हें यूपीए के समय हम सोच भी नहीं सकते थे।