ब्रेन में चेंज लाएगा योग
योग दिमाग में गामा-अमीनो ब्यूटायरिक एसिड (जीएबीए) बढ़ाने का काम करता है। यह बात बोस्टन यूनिवर्सिटी की रिसर्च से सामने आई। रिसर्च के लिए १२ सप्ताह तक ३४ लोगों पर अध्ययन किया गया। इसमें से आधे लोगों ने सप्ताह में तीन बार एक घंटे की वॉक किया एवं अन्य लोगों ने इतने ही समय योग किया। अध्ययन में पाया गया कि योग करने वाले लोगों में योग न करने वाले लोगों की तुलना में जीएबीए कैमिकल का लेवल २७ फीसदी ज्यादा पाया गया। यह कैमिकल एंजाइटी को कम कर मूड को इंप्रूव करने का काम भी करता है। जीएबीए कैमिकल दिमाग को रिलैक्स कर तनावपूर्ण स्थिति से बाहर निकालने का काम भी करता है। इस तरह ब्रेन हेल्दी बनता है। इतना ही नहीं, योग एंटी डिप्रेशन एवं एंटी एंजाइटी दवा की तरह असर करता है।
साइकोलॉजिकल ट्रीटमेंट है योग
साइकोलॉजिकल ट्रीटमेंट में योग महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ऐसे लोग, जिन्हें मेंटल हेल्थ की समस्या है जैसे मेजर डिप्रेसिव डिस्ऑर्डर और बाइपोलर डिस्ऑर्डर आदि को दूर किया जा सकता है। इस कॉम्प्लेक्स मानसिक बीमारी में पीडि़त व्यक्ति की मनोदशा बारी-बारी दो अलग-अलग एवं विपरीत अवस्थाओं में बदलती है। ऐसे में उचित चिकित्सा के अलावा नियमित योग करने से भी फायदा मिलेगा। एक अन्य अध्ययन के अनुसार योग कार्टिसोल लेवल को कम करता है। जर्मनी के एक अध्ययन के अनुसार यदि महिलाएं नियमित रूप से योग करें तो तनाव एवं थकान को दूर किया जा सकता है।
आदतों में होगा बदलाव
अ पने व्यवहार में बदलाव करना चाहते हैं तो ऐसे मेें भी योग से फायदा मिलेगा। निगेटिव थिकिंग से बाहर निकलने में भी मदद मिलेगी। रिसर्च के अनुसार दिमाग में नयापन लाने एवं उसे तनाव और डिप्रेशन से बचाने में योग असरदार है। एक अन्य अध्ययन के अनुसार ब्रेन वॉल्यूम को बढ़ाने में भी योग महत्त्वपूर्ण है। इस तरह योग करने से आप अपने बिहेवियर को कंट्रोल कर सकते हैं।
एक्सरसाइज से मिलेगा लाभ
नियमित एक्सरसाइज करने से भी मानसिक विकास किया जा सकता है, जैसे यदि आप रोजाना वॉक करेंगे तो इससे डिमेंशिया का खतरा ६० फीसदी तक कम किया जा सकता है। अमरीका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की एक स्टडी के अनुसार ब्रेन एक्सरसाइज करने से भी मेंटल हेल्थ को इंप्रूव किया जा सकता है। इसके अलावा ब्रेन हो हेल्दी और यंग रखने के लिए एरोबिक एक्सरसाइज भी की जानी चाहिए। इससे ब्रेन मेें ब्लड सप्लाई बढ़ती है और वहां ज्यादा पोषण पहुंचता है।