विमानों से आ रहे विदेशी प्रवासियों के प्रबंधन के लिए बनी समिति ने बुधवार को इस बारे में तैयारियां पूरी कर लीं। समिति के चेयरमैन डॉ.सुबोध अग्रवाल ने बताया कि जयपुर आने पर इन प्रवासियों से क्वॉरंटीन की च्वॉइस पूछी जाएगी, जिसके आधार पर उन्हें जयपुर या उदयपुर में क्वॉरंटीन किया जाएगा।
केन्द्र की गाइडलाइन के अनुसार इन प्रवासियों को खुद के खर्च पर क्वॉरंटीन सुविधा लेनी होती है, लेकिन मुख्यमंत्री के निर्देश पर यह खर्च नहीं उठा पाने वाले श्रमिकों को सरकारी संस्थागत क्वॉरंटीन सुविधा दी जाएगी। उदयपुर संभाग में क्वॉरंटीन के सवाल पर उन्होंने बताया कि जयपुर में फिलहाल बगराना में सरकारी क्वॉरंटीन सेंटर हैं, लेकिन यहां पर्याप्त स्थान शेष नहीं होने के कारण यह योजना बनाई गई है। आने वाले श्रमिकों में अस्सी प्रतिशत डूंगरपुर, बांसवाड़ा, उदयपुर और प्रतापगढ़ के निवासी हैं। ऐसे में यदि वह चाहेंगे तो उन्हें सरकारी बसों से उदयपुर संभाग के क्वॉरंटीन सेंटरों पर भेजा जाएगा। उदयपुर संभागीय आयुक्त के निर्देशन में यह काम पूरा होगा।