चालाक दलाल, जब माल मंगवाओ, उससे अलग समय पर ही भेजता है टीम ने यहां विक्रेता से पूछताछ की तो उसने कहा कि उसे भी नहीं पता कि यह घी बनता कहां है। उसने खुद के पास किसी दलाल के मोबाइल नंबर बताए, जिस पर चाही गई घी की मात्रा की जानकारी भेज दी जाती है। उसके बाद दलाल अपने हिसाब से किसी भी समय उसकी आपूर्ति कर देता है। टीम के अनुसार दलाल चालाकी से यह काम कर रहा है, जिससे की कोई उसका पीछा भी कर रहा हो तो उसे वह चकमा दे सके। बीकानेर की इस फर्म से रिटेल में ग्राहकों को इसकी बिक्री की जा रही थी। टीम के सामने भी कई ग्राहकों ने इसे खरीदा। ग्राहक इसकी मांग 120 रूपए किलो वाला घी मांगकर ही कर रहे थे। विशेषज्ञों के अनुसार रंग का इस्तेमाल और घी के नाम पर तेल या सेवन दोनों ही इंसानी शरीर की सेहत के लिए खतरनाक है।
जयपुर में भी कार्रवाई
चिकित्सा विभाग, जयपुर प्रथम की टीम ने शुक्रवार को राजधानी के नायलान स्थित खंडेलवाल किराणा स्टोर पर कार्रवाई की। साथ ही यहां से बटर फ्लेवर युक्त घी की खुशबू वाला वनस्पति घी बरामद किया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जयपुर प्रथम डॉ.नरोत्तम शर्मा ने बताया कि मौके पर जांच नमूने लेकर 20 टिन जब्त किए गए।
चिकित्सा विभाग, जयपुर प्रथम की टीम ने शुक्रवार को राजधानी के नायलान स्थित खंडेलवाल किराणा स्टोर पर कार्रवाई की। साथ ही यहां से बटर फ्लेवर युक्त घी की खुशबू वाला वनस्पति घी बरामद किया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जयपुर प्रथम डॉ.नरोत्तम शर्मा ने बताया कि मौके पर जांच नमूने लेकर 20 टिन जब्त किए गए।