लेकिन शुक्रवार से श्राद्ध पक्ष शुरू होने से आमजन में दूध की डिमांड बढ़ जाएगी। ऐसे में डेयरी को करीबन 25 से 30 हजार लीटर दूध की अतिरिक्त आपूर्ति करना पड़ेगा। डेयरी प्रशासन का कहना हैं कि एकादशी, अमावस्या और पूर्णिया के दिन ज्यादा डिमांड रहती है। इसके लिए अलग से बंदोबस्त कर लेते है। क्योंकि अमूमन बूथ संचालको की भी डिमांड मिल जाती है। वहीं कुछ मात्रा में दूध पहले ही तैयार कर लेते हैं, जिससे अचानक डिमांड बढ़ भी जाए तो भी ज्यादा दिक्कत होती है।
चेयरमैन बोले, घी ने नाम पर बढ़ा रहे भ्रष्टाचार
इधर श्राद्ध और नवरात्र में पूजा पाठ से घी की मांग भी बढ़ेगी। इस बीच आरसीडीएफ ने पांच महीने में पांचवीं बार घी के दाम बढाकर आम आदमी की जेब काट ली है। सूत्रों के मुताबिक डेयरी में केवल 1300 क्विंटल ही घी का स्टॉक बचा है। डीलरों की सप्लाई में भी आधी कटौती कर दी।
राज्य स्तर होगा आंदोलन
इधर सातवें वेतनमान, नई भर्ती समेत कई मांगों को लेकर शुरू हुए डेयरी कर्मचारियों के आंदोलन को राज्य स्तरीय बनाने की कोशिश की जा रही है। संयोजक नरेंद्र पारीक ने बताया कि अन्य जिला संघों से भी सपंर्क साधा जा रहा है। जल्द फैसला नहीं हुआ तो परिणाम गंभीर होंगे। इधर डेयरी एमडी ने चार सदस्यी एक कमेटी बनाई है। जो शुक्रवार को कर्मचारी संगठन से वार्ता करेगी।